🕒 Published 1 month ago (8:57 PM)
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चंडीगढ़ स्थित अपने निवास ‘संत कबीर कुटीर’ में प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के नवनियुक्त कुलपतियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की भावी योजनाओं और विजन को साझा करते हुए कुलपतियों को राज्य सरकार की ओर से पूर्ण मार्गदर्शन, संसाधन और समर्थन का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा को एक ऐसा राज्य बनाना है, जहां विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ भविष्य में रोजगार के भरपूर अवसर भी मिलें। इसके तहत राज्य के हर जिले में एक मॉडल कॉलेज और एक मॉडल स्किल स्कूल की स्थापना की जाएगी। इन संस्थानों में छात्रों को विशेष रूप से जॉब मार्केट के अनुरूप कौशल आधारित शिक्षा दी जाएगी ताकि वे प्रतिस्पर्धा में आगे रह सकें।
मुख्यमंत्री सैनी ने विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए कि वे कम से कम 10% शैक्षणिक कार्यक्रमों को औद्योगिक भागीदारी के साथ संचालित करें। इससे छात्रों को व्यावसायिक दुनिया की समझ मिलेगी और उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार मानव संसाधन तैयार हो सकेगा।
बैठक में मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश सरकार ने उच्च शिक्षा में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए ‘हरियाणा राज्य अनुसंधान कोष’ की स्थापना की है। इस कोष के तहत 20 करोड़ रुपये की प्रारंभिक राशि आवंटित की गई है, जो प्रदेश में नवाचार और शोध कार्यों को गति देगा।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से इस कोष का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों की सामाजिक समस्याओं और चुनौतियों पर आधारित अनुसंधान में करने का आह्वान किया, ताकि शिक्षा और समाज के बीच वास्तविक जुड़ाव हो सके।