🕒 Published 1 month ago (3:17 PM)
चंडीगढ़। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद हरियाणा सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व वाली सरकार ने प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और फायर ब्रिगेड के अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं। सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को आपातकालीन स्थिति के लिए 25% बेड आरक्षित रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
हरियाणा स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक की ओर से 8 मई को सभी चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) को एक निर्देश पत्र जारी किया गया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी जिला मुख्यालय बिना अनुमति नहीं छोड़ सकता, न ही उन्हें अवकाश स्वीकृत किया जाएगा। यदि किसी को छुट्टी की आवश्यकता है, तो सीधे महानिदेशक की मंजूरी अनिवार्य होगी।
जिला स्तर पर डॉक्टरों की आपातकालीन कमेटी
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की नेशनल डिजास्टर कमेटी के सदस्य डॉ. अजय महाजन ने बताया कि राज्य में प्रत्येक जिले में 5 से 10 डॉक्टरों की एक विशेष कमेटी बनाई गई है। ये कमेटी आपातकालीन परिस्थिति में प्रशासन को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में प्राइवेट अस्पताल और डॉक्टर भी सरकार के साथ खड़े हैं।
अस्पतालों को मिले विशेष निर्देश
प्रदेश सरकार ने सभी अस्पतालों को निर्देशित किया है कि वे किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहें। 25% बेड रिजर्व रखने के साथ-साथ स्टाफ की पूर्ण उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा गया है।