🕒 Published 2 months ago (3:38 PM)
नई दिल्ली/हिसार: हरियाणा के बालसमंद गांव से एक पाकिस्तानी हिंदू परिवार के 15 सदस्यों को पकड़ा गया है, जो वीजा समाप्त होने के बावजूद भारत में रह रहे थे। यह परिवार जून 2024 में 45 दिन के टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हैदराबाद से भारत आया था। वीजा की अवधि 25 अगस्त 2024 को समाप्त हो गई थी, लेकिन इसके बाद भी परिवार बालसमंद में रह रहा था।
परिवार के मुखिया सोबो और उनकी पत्नी रुकमान अपने आठ बच्चों, तीन महिलाओं, दो किशोरों और एक बुजुर्ग सदस्य के साथ बालसमंद गांव पहुंचे थे। यहां वे एक निजी अस्पताल के कमरे में शरण लिए हुए थे और मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे थे। जानकारी के अनुसार, दिल्ली से एक परिचित की मदद से यह परिवार बालसमंद पहुंचा था।
वीजा अवधि समाप्त, दिल्ली पाकिस्तानी कैंप भेजा गया परिवार
वीजा समाप्त होने के सात महीने बाद हिसार सदर थाना पुलिस की निगरानी में परिवार को दिल्ली के पाकिस्तानी कैंप भेज दिया गया। यह कार्रवाई देशभर में आतंकी घटनाओं के मद्देनजर पाकिस्तान के नागरिकों को देश छोड़ने के निर्देशों के तहत की गई।
परिवार ने प्रशासन से भारत में ही रहने की गुहार लगाई थी। उनका कहना था कि पाकिस्तान में उन्हें धार्मिक आधार पर प्रताड़ना का सामना करना पड़ता था, इसलिए वे वापस लौटना नहीं चाहते। पुलिस के अनुसार, परिवार ने भारत में दीर्घकालीन वीजा (Long Term Visa – LTV) के लिए आवेदन भी किया हुआ था।
प्रशासन की सख्ती के बाद उठाया गया कदम
हिसार पुलिस ने परिवार के सभी दस्तावेजों की जांच कर प्रशासन को रिपोर्ट सौंपी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के लिए रवाना किया गया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि वीजा समाप्त होने के बाद भारत में रहना कानूनन अपराध है, भले ही मानवीय आधार पर उनके दावे गंभीर हों।
इस पूरे मामले ने एक बार फिर से भारत-पाकिस्तान संबंधों और शरणार्थियों के मुद्दे को चर्चा में ला दिया है।