🕒 Published 2 months ago (1:29 PM)
Haryana : हरियाणा में रविवार शाम 6 बजे तक पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी पूरी हो गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने स्पष्ट कर दिया था कि जो पाकिस्तानी नागरिक खुद से नहीं जाएंगे, उन्हें जबरन निकाला जाएगा। पुलिस और CID की टीमें राज्यभर में सक्रिय हो गई हैं और सरकार के पास 460 पाकिस्तानी नागरिकों की सूची है, जिन पर अब कानूनी कार्रवाई तय मानी जा रही है।
CG News : 460 पाकिस्तानी नागरिकों की सूची
गृह विभाग और CID को इस अभियान की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। इनमें से अधिकांश नागरिक 25 से 30 साल से हरियाणा में रह रहे हैं। इन नागरिकों में बड़ी संख्या पाकिस्तानी हिंदू नागरिकों की है, जिन्होंने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया था, लेकिन अब तक इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है। इन नागरिकों के ठिकानों की पहचान पहले ही कर ली गई है और अब पुलिस इन स्थानों पर कार्रवाई करने के लिए तैयार है।
फरीदाबाद में सबसे ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक
फरीदाबाद जिले में सर्वाधिक 214 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। यहां पुलिस ने शनिवार को फ्लैग मार्च किया और सरकार की योजना के बारे में लोगों को जानकारी दी। फरीदाबाद के चार पाकिस्तानी नागरिकों, जो मेडिकल वीजा पर अस्पताल में इलाज करा रहे थे, उन्हें भी तुरंत भारत छोड़ने का अल्टीमेटम दिया गया।
मोहाली में सख्त चेतावनी
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मोहाली दौरे के दौरान मीडिया को जानकारी दी कि राज्य में पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अगर कोई पाकिस्तानी नागरिक वीजा के बावजूद राज्य में मौजूद हो, तो उसे पकड़कर वापस भेजा जाए।
केंद्र से निर्देश
यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार के निर्देश पर शुरू हुई। गृह मंत्री अमित शाह ने स्वयं मुख्यमंत्री सैनी से बात की और हरियाणा में पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई को तेज करने को कहा। इसके बाद ही राज्य सरकार ने इन नागरिकों की पहचान शुरू की और उन्हें स्वयं देश छोड़ने का मौका दिया।
छूट पाने वाले नागरिक
कुछ श्रेणियों को वतन वापसी से अस्थायी राहत दी गई है, जैसे कि जिनके पास लांग टर्म वीजा, राजनयिक या आधिकारिक वीजा है। इसके अलावा, जिनके पास SAARC वीजा, बिजनेस वीजा, फिल्म वीजा, छात्र वीजा, पर्यटक वीजा जैसे अन्य वैध वीजा हैं, उन्हें भी राहत मिली है। मेडिकल वीजा पर आए नागरिकों को 29 अप्रैल तक की छूट दी गई है, लेकिन सरकार इस पर भी सख्त नजर रखे हुए है।
हिसार से 15 पाकिस्तानी नागरिक दिल्ली कैंप भेजे गए
हिसार से 15 सदस्यीय पाकिस्तानी परिवार को पहले ही दिल्ली के शरणार्थी कैंप भेजा गया है। यह परिवार लंबे समय से वीजा विस्तार के लिए इंतजार कर रहा था और अब अगले कदम के तहत उन्हें पाकिस्तान भेजने की योजना बनाई जा रही है।
पाकिस्तानी हिंदू नागरिकों के लिए चुनौती
460 पाकिस्तानी नागरिकों में अधिकांश हिंदू हैं, जिन्होंने भारत में स्थायी रूप से बसने के लिए नागरिकता की आवेदन की थी, लेकिन यह मामला अफसरशाही और सुरक्षा जांच के कारण लटका हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्र सरकार को इन नागरिकों के लिए स्थायी समाधान ढूंढने की आवश्यकता है, क्योंकि इनमें से कई के बच्चे भारतीय समाज का हिस्सा बन चुके हैं।