गाजा युद्ध में बड़ा मोड़ आया है। हमास ने सभी 20 इजराइली बंधकों को रिहा कर दिया है। इन्हें दो बैचों में—पहले 7 और फिर 13 लोगों को छोड़ा गया। हमास ने इन बंधकों को रेडक्रॉस के हवाले किया, जिसके बाद उन्हें इजराइली सेना के सुपुर्द किया गया। सभी रिहा किए गए बंधक सुरक्षित रूप से इजराइल पहुंच चुके हैं।
अब हमास के पास कोई भी जीवित इजराइली बंधक नहीं बचा है। हमास ने आज ही 28 इजराइली नागरिकों के शव भी सौंपने की बात कही है। इसके बदले में इजराइल ने 250 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया है।
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दो बंधक मृत घोषित
इजराइल सरकार ने दो बंधकों — नेपाली छात्र बिपिन जोशी और इजराइली सैनिक तमीर निमरोदी — को मृत घोषित कर दिया है। बिपिन जोशी, 22 वर्षीय नेपाली छात्र थे जिन्हें किबुट्ज अलुमिम फार्म से अगवा किया गया था, जबकि तमीर निमरोदी 18 वर्ष के सैनिक थे जिन्हें एरेज क्रॉसिंग बेस से पकड़ा गया था।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इजराइल पहुंच चुके हैं। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू खुद उन्हें बेन गुरियन एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचे। ट्रम्प ने नेतन्याहू के साथ इजराइली संसद (क्नेस्सेट) का दौरा किया और वहां भाषण देने वाले हैं।
आज दो साल लंबे युद्ध का अंत हुआ : नेतन्याहू
नेतन्याहू ने संसद में कहा, “आज दो साल लंबे युद्ध का अंत हुआ है। 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले से यह जंग शुरू हुई थी, जिसमें 1,200 लोगों की जान गई और 251 बंधक बना लिए गए थे। इजराइल ने अपने लोगों की सुरक्षा के लिए जो जरूरी था, वह किया।”
“हमास और ईरानी आतंकवाद” पर जीत
उन्होंने कहा कि इजराइल ने “हमास और ईरानी आतंकवाद” पर जीत हासिल की है। नेतन्याहू ने ट्रम्प को “इजराइल का सबसे अच्छा दोस्त” बताया और कहा कि “यरुशलम को राजधानी मानने, दूतावास स्थानांतरित करने, गोलान हाइट्स को इजराइल का हिस्सा मानने और ईरान परमाणु समझौते से हटने” के फैसलों के लिए इजराइल हमेशा ट्रम्प का आभारी रहेगा।
नोबेल शांति पुरस्कार के लिए डोनाल्ड ट्रम्प के नाम का समर्थन करेगा इजराइल
इजराइल की संसद के अध्यक्ष अमीर ओहाना ने घोषणा की कि इजराइल 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए डोनाल्ड ट्रम्प के नाम का समर्थन करेगा। नेतन्याहू ने कहा, “आज का दिन इतिहास में हमेशा याद रहेगा। ट्रम्प का नाम इजराइल और दुनिया के इतिहास में दर्ज रहेगा। उन्होंने शांति के लिए जो किया है, उसके लिए वे नोबेल के सबसे योग्य उम्मीदवार हैं।”
इस दौरान संसद में “ट्रम्प-ट्रम्प” के नारे भी गूंजे।
उधर, रेडक्रॉस की टीम ओफर जेल से 108 फिलिस्तीनी कैदियों को लेकर रवाना हुई है। बाकी 142 कैदियों को वेस्ट बैंक से रिहा किया जाएगा।
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