वस्त्र मंत्रालय ने राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम (एनएचडीसी) के सहयोग से जनपथ स्थित हैंडलूम हाट में एक विशिष्ट हैंडलूम एक्सपो और “हाट ऑन व्हील्स” मोबाइल रिटेल पहल का शुभारंभ करके 11वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया। केन्द्रीय वस्त्र मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने विदेश एवं वस्त्र राज्यमंत्री श्री पबित्रा मार्गेरिटा और वस्त्र सचिव श्रीमती नीलम शमी राव की उपस्थिति में विशिष्ट हैंडलूम एक्सपो और “हाट ऑन व्हील्स” का उद्घाटन किया।
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हथकरघा न केवल हमारी सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए, केन्द्रीय वस्त्र’ मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने भारत की बुनाई की पारंपरिक प्रथाओं के संवर्धन और संरक्षण के प्रति सरकार की अटूट प्रतिबद्धता पर जोर दिया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हथकरघा न केवल हमारी सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था और देशभर के लाखों बुनकरों की आजीविका में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। सरकार कारीगरों का समर्थन करके, बाजार तक पहुंच बढ़ाकर और सतत आर्थिक विकास को गति देकर हथकरघा क्षेत्र को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहरा रही है।
श्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ‘हाट ऑन व्हील्स’ पहल बुनकरों एवं उपभोक्ताओं के बीच की खाई को पाटने, आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने और प्रामाणिक व स्थानीय रूप से निर्मित उत्पादों को सीधे आम जनता तक पहुंचाने की दिशा में एक और कदम है। केन्द्रीय मंत्री ने विशिष्ट हथकरघा प्रदर्शनी का दौरा किया और वस्त्र राज्यमंत्री, वस्त्र सचिव, डीसी हथकरघा, डीसी हस्तशिल्प और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में बुनकरों के साथ बातचीत की।
“मेरा हथकरघा, मेरा गौरव; मेरा उत्पाद, मेरा गौरव”
इस वर्ष का आयोजन “मेरा हथकरघा, मेरा गौरव; मेरा उत्पाद, मेरा गौरव” पर केन्द्रित है और इसमें देशभर से 116 विशिष्ट बुनाई प्रदर्शित की गई है—जो देश की समृद्ध और विविध वस्त्र विरासत को रेखांकित करती है। “हाट ऑन व्हील्स” का शुभारंभ भारतीय हथकरघा के खुदरा क्षेत्र में एक अग्रणी कदम है। एक चलंत हथकरघा बाजार के रूप में, यह पहल दिल्ली-एनसीआर के उपभोक्ताओं तक सीधी पहुंच सुनिश्चित करेगी और कारीगरों के प्रामाणिक व उच्च-गुणवत्ता वाले हथकरघा उत्पादों को व्यस्त शहरी इलाकों और सांस्कृतिक केन्द्रों तक पहुंचाएगी।
जनपथ से शुरू होकर, यह वाहन बाजारों, आवासीय सोसाइटियों और कला क्षेत्रों सहित प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्रों से होकर गुजरेगा तथा पारंपरिक शिल्प और आधुनिक उपभोक्ताओं के बीच की खाई को पाटेगा। सीधे उपभोक्ता तक पहुंचने का यह दृष्टिकोण कारीगरों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा और साथ ही टिकाऊ फैशन, “वोकल फॉर लोकल” और स्वदेशी शिल्प कौशल के बारे में जागरूकता बढ़ाएगा।
11वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का उत्सव
हैंडलूम हाट में 10 अगस्त तक आम जनता के लिए खुला रहने वाला यह हैंडलूम एक्सपो देशभर के उन निपुण बुनकरों को एक साथ लाएगा, जो क्षेत्र-विशिष्ट हैंडलूम उत्पादों की खुदरा बिक्री करते हैं और 116 अनूठी बुनाई का प्रदर्शन करते हैं। इस प्रदर्शनी में बुनाई के सीधे प्रदर्शन भी शामिल होंगे, जो आगंतुकों, विद्यार्थियों और शिल्प प्रेमियों को एक गहन और शिक्षाप्रद अनुभव प्रदान करेंगे।
“हाट ऑन व्हील्स” के संयुक्त शुभारंभ और 116 भारतीय बुनाई के प्रदर्शन के जरिए, मंत्रालय के इस उत्सव का उद्देश्य परंपरा को नवीनता के साथ मिश्रित करना है – यह सुनिश्चित करना कि भारत की हथकरघा की विरासत आधुनिक बाजारों और वैश्विक विमर्शों में फलती-फूलती रहे। अब जबकि देश 11वें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का उत्सव मना रहा है, ऐसे में मंत्रालय का ध्यान भारतीय बुनकरों को राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में लाने और यह सुनिश्चित करने पर केन्द्रित है कि उनकी परंपराओं का सम्मान हो तथा उन्हें कायम रखा जाए।
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