नई दिल्ली. डॉक्टर बनने का सपना देख रहे नीट अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने इस साल एमबीबीएस और पीजी दोनों को मिलाकर करीब 8,000 नई सीटें बढ़ाने की तैयारी कर ली है. एनएमसी चेयरमैन डॉ. अभिजीत शेट के मुताबिक मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण तेजी से चल रहा है और जल्द ही यह सीटें छात्रों के लिए उपलब्ध होंगी. इसका फायदा उन छात्रों को मिलेगा जो अब तक कटऑफ में मामूली अंतर से पीछे रह जाते थे.
विषयसूची
काउंसलिंग शेड्यूल
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NEET UG: पहला राउंड काउंसलिंग खत्म हो चुका है और दूसरा राउंड 25 अगस्त 2025 से शुरू होगा.
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NEET PG: पीजी काउंसलिंग सितंबर से शुरू होने की संभावना है, क्योंकि कॉलेजों का निरीक्षण प्रगति पर है.
सीटें बढ़ने का मतलब है कि काउंसलिंग में चयनित होने का मौका पहले से ज्यादा बढ़ जाएगा.
देश में मेडिकल सीटों की मौजूदा स्थिति
फिलहाल भारत में 1,18,098 MBBS सीटें हैं, जिनमें से 59,782 सरकारी और 58,316 निजी कॉलेजों में हैं. वहीं पीजी की कुल 53,960 सीटें हैं, जिसमें 30,029 सरकारी और 23,931 निजी कॉलेजों की सीटें शामिल हैं.
इस साल सीबीआई जांच के चलते कुछ अंडरग्रेजुएट सीटें कम हुई थीं, लेकिन निरीक्षण पूरा होने के बाद सीटें बढ़कर 8,000 या उससे ज्यादा होने की उम्मीद है.
CBI जांच और सुधार की प्रक्रिया
जुलाई में सीबीआई ने स्वास्थ्य मंत्रालय, एनएमसी अधिकारियों और कुछ निजी मेडिकल कॉलेजों पर नियम उल्लंघन और भ्रष्टाचार के आरोप में केस दर्ज किया था. इस कारण नई सीटें बढ़ाने और कोर्स शुरू करने की प्रक्रिया रुक गई थी. लेकिन अब एनएमसी ने निरीक्षण को तेज कर दिया है और कहा है कि छात्रों को ज्यादा अवसर मिलेंगे.
NEXT एग्जाम पर स्थिति
एमबीबीएस फाइनल ईयर स्टूडेंट्स के लिए प्रस्तावित नेशनल एग्जिट टेस्ट (NEXT) पर अभी असमंजस है. डॉ. शेट ने कहा कि यह बड़ा और नया कॉन्सेप्ट है, लेकिन इसे लागू करने में वक्त लगेगा क्योंकि राज्य स्तर की परीक्षाओं से केंद्रीय परीक्षा की ओर जाना आसान नहीं है. फिलहाल एनएमसी का ध्यान छात्रों और शिक्षकों में पॉजिटिव अप्रोच बनाने पर है.
क्वालिटी पर भी फोकस
2014 से अब तक मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी हो चुकी है. लेकिन केवल संख्या बढ़ाना पर्याप्त नहीं है, इसलिए एनएमसी फैकल्टी, इंफ्रास्ट्रक्चर और क्लिनिकल सुविधाओं की गुणवत्ता पर ध्यान दे रहा है. डिजिटल और फिजिकल लर्निंग के मिश्रित मॉडल को अपनाने पर भी काम चल रहा है.
छात्रों के लिए इसका मतलब
नई 8,000 सीटें बढ़ने से अधिक छात्रों को एमबीबीएस और पीजी में दाखिला मिलेगा. खासकर ऐसे अभ्यर्थियों के लिए यह राहत है जो मामूली नंबर से पिछड़ जाते थे. नीट-यूजी और पीजी के काउंसलिंग अपडेट्स के लिए mcc.nic.in पर नजर बनाए रखें.
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