हरियाणा के किसानों के लिए खुशखबरी! सरकार देगी फसल बदलने पर बड़ा लाभ

By Hindustan Uday

🕒 Published 1 month ago (9:50 PM)

चंडीगढ़। हरियाणा के किसानों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। राज्य सरकार ने खरीफ सीजन 2025 के लिए फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना के तहत 1 लाख एकड़ क्षेत्र को कवर करने का लक्ष्य तय किया है।

फसल बदलो, पानी बचाओ – मिलेगा इनाम
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने घोषणा की है कि यदि किसान धान की जगह कोई वैकल्पिक फसल बोते हैं या फिर खेत खाली छोड़ते हैं, तो उन्हें प्रति एकड़ ₹8,000 की राशि दी जाएगी। यह योजना राज्य में पानी की बचत और सतत खेती को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

किन फसलों की करनी होगी बुआई?
इस योजना के तहत किसान धान की बजाय नीचे दी गई फसलें चुन सकते हैं:

  • कपास
  • मक्का
  • दलहन और तिलहन
  • बागवानी फसलें
  • ऑर्गेनिक खेती

कौन-कौन किसान योजना के पात्र हैं?
योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा:
जिन्होंने पिछले साल धान की खेती की थी लेकिन इस बार वैकल्पिक फसल चुनी है।
जिन्होंने पिछले साल भी फसल विविधीकरण किया था और इस साल भी कर रहे हैं।
जिन्होंने धान की जगह खेत खाली छोड़ दिए हैं।

गैर-पात्र:
जिन्होंने पिछले 4 वर्षों में कभी भी उसी खेत में गैर-धान फसलें बोई हैं, वे इस योजना का लाभ नहीं उठा सकेंगे।

कैसे मिलेगा लाभ? – रजिस्ट्रेशन जरूरी
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को ‘मेरी फसल–मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

  • खरीफ सीजन के बाद
  • पोर्टल से सत्यापन के आधार पर
  • DBT के जरिए सीधे बैंक खाते में ₹8,000/एकड़ ट्रांसफर किए जाएंगे।

सरकार का उद्देश्य:
राज्य सरकार चाहती है कि धान पर निर्भरता कम हो, पानी की खपत घटे, और किसान लाभदायक फसलों की ओर बढ़ें। इस नीति से जल संकट से निपटने में भी मदद मिलेगी।

नोट: योजना से जुड़ी अधिक जानकारी और रजिस्ट्रेशन के लिए किसान मेरी फसल–मेरा ब्यौरा पोर्टल पर विजिट करें।

 

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