🕒 Published 14 hours ago (8:15 PM)
अहमदाबाद। 12 जून को गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए रवाना हुआ एअर इंडिया का विमान AI171 महज कुछ मिनटों बाद एक भयावह हादसे का शिकार हो गया। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 52 ब्रिटिश नागरिक भी शामिल थे। विमान एक मेडिकल कॉलेज परिसर में जा गिरा और कुछ ही क्षणों में आग का गोला बन गया। इस दर्दनाक हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि कॉलेज परिसर और आसपास मौजूद कई अन्य लोग भी इसकी चपेट में आ गए।
पूरे देश को झकझोर देने वाला हादसा
यह हादसा न केवल गुजरात, बल्कि पूरे देश को स्तब्ध कर गया। विमान टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त कैसे हुआ, इसकी जांच अभी चल रही है। इस हादसे ने एयर सेफ्टी और अंतरराष्ट्रीय एविएशन अनुबंधों पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बाबा रामदेव ने जताई साजिश की आशंका
दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान योगगुरु बाबा रामदेव ने इस हादसे के पीछे अंतरराष्ट्रीय साजिश की आशंका जताई है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा,
“विमान की मेंटेनेंस तुर्की की एक एजेंसी करती थी। क्या यह कोई साजिश थी? क्या तुर्की ने पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत से दुश्मनी निकालने की कोशिश की?”
बाबा रामदेव ने यह भी कहा कि भारत को एविएशन सेक्टर में विदेशी एजेंसियों के हस्तक्षेप को पूरी तरह खत्म करना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार से गंभीर और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बदली अंतरराष्ट्रीय रणनीति?
बाबा रामदेव का बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में भारत द्वारा पाकिस्तान में किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान और तुर्की के रिश्ते और भी प्रगाढ़ हो गए हैं। ऐसे में हादसे के बाद पैदा हुए सवालों को और बल मिला है।
जांच में कई एजेंसियां सक्रिय
विमान हादसे की जांच डीजीसीए, एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो, अहमदाबाद क्राइम ब्रांच, स्थानीय पुलिस, और एनआईए द्वारा की जा रही है। शुक्रवार को एनआईए की टीम ने मेघानगर स्थित दुर्घटनास्थल का निरीक्षण भी किया।
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी मौत
इस विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे। उनके करीबी नितिन भारद्वाज के मुताबिक, विजय रूपाणी लंदन अपनी पत्नी को वापस लाने जा रहे थे जो पिछले छह महीनों से ब्रिटेन में थीं।
यात्रियों की लिस्ट में विजय रूपाणी का नाम 12वें नंबर पर दर्ज था और उनकी सीट 2D थी। हादसे में उनका भी निधन हो गया, जिससे राजनीतिक हलकों में शोक की लहर दौड़ गई है।