🕒 Published 4 weeks ago (12:33 PM)
नई दिल्ली / बीजिंग: भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल एलएसी (LAC) पर 2020 में शुरू हुए सैन्य गतिरोध के बाद पहली बार भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर चीन की यात्रा पर जा रहे हैं (Jaishankar will visit China)। वह 13 जुलाई के आसपास चीन पहुंचेंगे और वहां आयोजित होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे।
बीजिंग में वांग यी से होगी अहम बैठक
जानकारी के मुताबिक तियानजिन में SCO विदेश मंत्रियों की 14- 15 जुलाई को होने जा रही है। इस बैठक से पूर्व विदेश मंत्री जयशंकर बीजिंग में अपने समकक्ष वांग यी से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे । माना जा रहा है कि इस बातचीत में दोनों देशों के बीच बढ़े हुए तनाव को कम करने की दिशा में रणनीतिक बातचीत की जाएगी।
गलवान संघर्ष के बाद पहला उच्च स्तरीय दौरा Jaishankar will visit China
जयशंकर की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब 2020 में गलवान घाटी में हुए खूनी संघर्ष के बाद भारत और चीन के संबंधों में भारी गिरावट आई थी। हालांकि अब डेमचोक और डेपसांग जैसे विवादित क्षेत्रों से सैन्य वापसी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और दोनों देश स्थिरता की ओर बढ़ने के संकेत दे रहे हैं।
SCO की अध्यक्षता कर रहा है चीन
गौरतलब है कि चीन इस समय SCO की अध्यक्षता कर रहा है और इसी के तहत संगठन की प्रमुख बैठकों की मेजबानी कर रहा है। इससे पहले भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी चिंगदाओ शहर में SCO रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा ले चुके हैं। अब विदेश मंत्री जयशंकर की यात्रा पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
LAC तनाव और सामान्य रिश्तों पर हो सकती है बात
विदेश मंत्रियों की द्विपक्षीय वार्ता में मुख्य रूप से LAC पर शांति बहाल करने, सेनाओं की पुरानी स्थिति में वापसी, और आपसी भरोसे को पुनः स्थापित करने जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। साथ ही, व्यापार, पर्यटन, वीज़ा प्रक्रिया, और सीधी उड़ानों को फिर से शुरू करने जैसे लोगों से लोगों के संपर्क (People-to-People Contact) पर भी चर्चा हो सकती है।