ओडिशा में भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस विभाग की कार्रवाई ने फिर एक बड़ा मामला उजागर किया है। टाटा पावर सेंट्रल ओडिशा डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (TPCODL) के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर तुषारकांत राय को 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह रिश्वत एक ठेकेदार से ट्रांसफॉर्मर की फाइनल इंस्पेक्शन रिपोर्ट देने के बदले में ली जा रही थी।
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मामला क्या है?
एक इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रैक्टर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि राय पिछले दो महीनों से उसकी फाइनल इंस्पेक्शन रिपोर्ट नहीं दे रहे थे। यह रिपोर्ट मिलने पर ही ठेकेदार अपने बिल का भुगतान प्राप्त कर सकता था। बार-बार अनुरोध करने के बावजूद रिपोर्ट नहीं दी गई और इसके बजाय राय ने 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की।
विजिलेंस टीम की योजना
शिकायत के बाद विजिलेंस टीम ने योजना बनाई। बुधवार देर रात राय ने ठेकेदार को अपने घर बुलाया और बाहर पार्क में पैसे लेने को कहा। जैसे ही ठेकेदार ने 20,000 रुपये का रिश्वत राशि दी, विजिलेंस टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया।
घर से बरामद हुए लाखों रुपये
रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद विजिलेंस टीम ने राय के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान उनके घर से कुल 9,53,200 रुपये नकद बरामद किए गए।
कानूनी कार्रवाई
इस मामले में भुवनेश्वर विजिलेंस पुलिस स्टेशन में 24 सितंबर 2025 को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल, जांच जारी है और यह भी देखा जा रहा है कि राय पहले किसी अन्य भ्रष्टाचार में शामिल रहे हैं या नहीं।
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