Elon Musk’s ‘America Party’: नई राजनीतिक पार्टी के साथ US में बड़ा सियासी भूचाल , Musk Vs Trump Conflict

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By Sunita Singh

🕒 Published 1 week ago (2:15 PM)

नई दिल्ली डेस्क Tesla and Space X owner  Elon Musk  अब एक नई पारी खेलने की तैयारी में है और वह है राजनीति में पदार्पण। लेकिन ऐसा नहीं है कि मस्क किसी भी राजनीतिक पार्टी में शामिल हो रहे हैं वे तो एक नई पार्टी का गठन की तैयारी में हैं। Musk का यह कदम ऐसे समय सामने आया है जब उनका ट्रंप के साथ आर-पार की लड़ाई मीडिया और सोशल मीडिया में सुर्खियों में है। Musk की नई पार्टी की चर्चा ने अमेरिका के सियासी हलकों में भूचाल ला दिया है। मस्क ने अपनी नई पार्टी का नाम ‘द अमेरिका पार्टी’ रखने का इशारा दिया है। उनके मुताबिक, यह पार्टी अमेरिका के 80% लोगों की असली आवाज बनेगी।

Elon Musk’s ‘America Party’

Elon Musk’s ‘America Party’ : राजनीतिक पार्टी बनाने का संकेत एलन मस्क ने एक्स हैंडल (पहले ट्विटर) से दिया । (X) पर एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने के लिए एक पोल आयोजित किया जिसमें पूछा गया कि क्या अमेरिका में एक नई पार्टी बनाने की जरुरत है? इस पोल में 56 लाख से ज्यादा लोगों ने भाग लिया । 80.4% लोगों ने नई राजनीतिक पार्टी बनाने के हक में पोल किया। मस्क ने पोल का नतीजा साझा करते हुए लिखा -“लोगों ने अपनी राय दे दी है। अमेरिका को अब ऐसी नई पार्टी चाहिए जो 80% लोगों की आवाज बने।”

पोल के नतीजों के बाद एक यूजर ने ‘अमेरिका पार्टी’ नाम की एक तस्वीर पोस्ट की। इस पर मस्क ने प्रतिक्रिया दी —
“अमेरिका पार्टी नाम बहुत अच्छा है। वह पार्टी जो वास्तव में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करती है!”

इसके बाद मस्क ने एक और पोस्ट में सिर्फ लिखा —
‘द अमेरिका पार्टी’. इससे अटकलों का बाजार और गर्म हो गया है कि मस्क जल्दी ही इस पार्टी की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं। Elon Musk’s ‘America Party’ क्या मस्क के लिए राजनीति की नई राहें खोलेगी?

औपचारिक ऐलान नहीं

विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर मस्क वाकई में  लॉन्च करते हैं तो यह अमेरिका की दो प्रमुख पार्टियों — डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स के बीच के समीकरण को बदल सकती है। आगामी राष्ट्रपति चुनावों में निर्णायक भूमिका निभा सकती है। फिलहाल मस्क की ओर से कोई औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन उनके हालिया पोस्ट्स और संकेतों से इतना तो तय है कि वह अमेरिकी राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप Tesla and Space X owner  Elon Musk CEO एलन मस्क के बीच संबंधों में खटास इस कदर बढ़ गई है कि दोनों ही एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की बौछार कर रहे हैं। यह टकराव इतना बढ़ गया कि अब एक-दूसरे के गहरे राज खोलने और बर्बाद करने तक की धमकी तक आ पहुंचा है। मामला तब और गरमा गया जब एलन मस्क को हाल ही में करीब 3 करोड़ डॉलर का घाटा उठाना पड़ा। इसके बाद मस्क ने पलटवार करते हुए ट्रंप को “एपस्टीन फाइल्स” सार्वजनिक करने की धमकी दे डाली।

धमकी केवल दबाव बनाने की एक रणनीति

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर मस्क ने कई पोस्ट कर यह साफ संकेत दिया कि अगर ट्रंप ने हमला जारी रखा, तो वह जेफरी एपस्टीन से जुड़े संवेदनशील दस्तावेजों को उजागर कर सकते हैं, जिनमें ट्रंप का नाम भी कथित तौर पर शामिल है।ट्रंप खेमे की ओर से भी कड़ी प्रतिक्रिया आई है। ट्रंप समर्थकों का कहना है कि मस्क खुद को “मीडिया मैनिपुलेटर” साबित कर रहे हैं और यह धमकी केवल दबाव बनाने की एक रणनीति है। वहीं मस्क समर्थकों का दावा है कि उनके पास “अपरिहार्य सबूत” हैं और वे ज़रूरत पड़ने पर इन्हें सार्वजनिक करने में हिचकिचाएंगे नहीं।

क्या है एपस्टीन फाइल्स मामला?

जेफरी एपस्टीन एक कुख्यात अमेरिकी फाइनेंसर था, जिस पर कम उम्र की लड़कियों के यौन शोषण और मानव तस्करी के आरोप थे। 2019 में उसकी जेल में रहस्यमयी हालात में मौत हो गई थी। उसके संपर्कों की लिस्ट में कई हाई-प्रोफाइल राजनेता, बिजनेस टायकून और सेलिब्रिटी शामिल थे। एपस्टीन फाइल्स में अब तक कई नाम सामने आ चुके हैं, लेकिन पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं हुई है। अब देखना यह होगा कि मस्क और ट्रंप के बीच यह लड़ाई किस ओर रुख करती है और क्या वाकई एपस्टीन फाइल्स से कोई बड़ा खुलासा हो सकता है।

ट्रंप ने कहा एलन मस्कअपना दिमाग खो चुका है

वहीं ट्रंप ने  एलन मस्क को एक ऐसा व्यक्ति बता दिया है कि जो अपना दिमाग खो चुका है। दरअसल रिश्तों में दरार की शुरूआत ट्रंप के बिग ब्यूटीफूल बिल से हुई थी। मस्क ने हाल ही में ट्रंप के नए टैक्स और इमीग्रेशन बिल पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने इस बिल को अमेरिका के राष्ट्रीय कर्ज में और इज़ाफा करने वाला बताया था। यह बिल पिछले महीने अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में नजदीकी बहुमत से पास हुआ था। इस प्रस्ताव में ट्रंप के पहले कार्यकाल के मुद्दे भी शामिल थे।

बिग ब्यूटीफुल बिल ट्रम्प की राजनीति का सबसे बड़ा एजेंडा

बिग ब्यूटीफुल बिल ट्रम्प की राजनीति का सबसे बड़ा एजेंडा है, जिसका मकसद सीमा सुरक्षा, टैक्स कटौती,  डिफेंस बजट में बढ़ौतरी है। दूसरे इस बिल के तहत इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) को लेकर बड़ा बदलाव किया गया है। इस बिल के तहत EV मैनडेट को समाप्त कर दिया गया है। यानी अब कंपनियों पर EV बनाने और बेचने की बाध्यता नहीं रहेगी। इससे अमेरिकी ऑटो उद्योग में बड़ा बदलाव आने की संभावना है। नए EV पर मिलने वाला $7,500 (करीब ₹6.2 लाख) का टैक्स क्रेडिट और पुराने EV पर मिलने वाला $4,000 (करीब ₹3.3 लाख) का टैक्स क्रेडिट अब नहीं मिलेगा।

इस बिल के तहत इमिग्रेशन नियमों में सख्ती के साथ अवैध अप्रवासियों पर कार्रवाई और उनके डिपोर्टेशन की प्रक्रिया में तेजी लाने का प्रावधान है। इसके अलावा वीजा लिमिट और कम करने की कोशिश की जाएगी। इसके अतिरिक्त  H-1B, L-1, F-1 वीजा धारक, ग्रीन कार्ड, NRI, OCI, वगैरह जब गैर अमेरिकी नागरिक भारत या किसी अन्य देश में पैसे भेजेंगे पर 5 प्रतिशत टैक्स लगाया जाएगा। 

10 माह बाद ही दोनों में ब्रेकअप

बात है साल 2024 की जब अमरीका के दो दिग्गज अरबपतियों ने हाथ मिलाया । दोनों ने एक ही एजेंडा बनाया था कि मिलकर देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। दोनों ही अपने-अपने क्षेत्रों के महारथी हैं। एक की राजनीति में पकड़ थी तो दूसरा सोशल मीडिया का बेताज बादशाह। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि 10 माह बाद ही दोनों में ब्रेकअप हो गया ।

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