🕒 Published 4 months ago (5:04 AM)
म्यांमार-थाईलैंड में भूकंप से भारी तबाही, 700 मौतें Confirm, 10 हजार तक पहुंच सकता है आंकड़ा!
हाल ही में म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप ने दोनों देशों को हिला कर रख दिया। शुक्रवार को अचानक आए इस भयानक भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार और थाईलैंड में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। USGS (अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण) ने पहले ही 10,000 से ज्यादा मौतों की आशंका जताई है। इससे पहले म्यांमार के अधिकारियों ने 694 मौतों की पुष्टि की थी, जबकि थाईलैंड में भी मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है। चलिए, इस तबाही के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं।
म्यांमार-थाईलैंड में भूकंप से भारी तबाही – ताजा अपडेट
म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र के पास आए इस भूकंप के कारण भारी नुकसान हुआ है। USGS के अनुसार, भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी और इसका केंद्र म्यांमार के सागाइंग शहर के उत्तर-पश्चिम में 16 किलोमीटर की दूरी पर था। भूकंप के बाद हालात इतने बुरे हो गए हैं कि म्यांमार और थाईलैंड दोनों देशों में मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। म्यांमार में अब तक 694 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है और इसके अलावा 1,670 लोग घायल हुए हैं। वहीं, थाईलैंड में मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हो सकता है, जो पहले 6 थी, अब वह बढ़कर 10 हो गई है।
भारत ने भेजी मदद, लेकिन मुश्किलें बढ़ी
इस भयानक भूकंप के बाद भारत ने म्यांमार और थाईलैंड में राहत कार्य शुरू करने के लिए मदद भेजी है। दोनों देशों में राहत कार्यों के लिए जरूरी सामग्री और बचाव दल भेजे गए हैं। भारत की मदद ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत दी है, लेकिन बावजूद इसके हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। म्यांमार की सैन्य सरकार ने आपातकाल लागू कर दिया है और किसी भी मदद के लिए देशों को आमंत्रित किया है। उन्होंने भी अपनी चिंता जताई है कि भूकंप की वजह से भारी संख्या में लोगों की जान जा सकती है।
भूकंप के बाद मचाई अफरातफरी – चश्मदीदों के बयान
चश्मदीदों का कहना है कि भूकंप के झटके आने के साथ ही लोग बुरी तरह से घबराए हुए थे। म्यांमार के मांडले शहर में, भूकंप से इमारतें ढह गईं, और लोग सड़क पर आ गए। एक पर्यटक ने कहा, “पूरा इलाका हिलने लगा था और लोग अफरातफरी में इधर-उधर दौड़ रहे थे।” इस भयानक दृश्य ने वहां के लोगों को झकझोर कर रख दिया। चश्मदीदों का कहना है कि म्यांमार में चल रहे गृहयुद्ध के कारण राहत कार्यों में और भी मुश्किलें आई हैं। म्यांमार में गृहयुद्ध के कारण बहुत से इलाके पहले ही प्रभावित हैं और भूकंप के बाद वहां राहत और बचाव कार्य बेहद कठिन हो गए हैं।
म्यांमार-थाईलैंड में भूकंप से भारी तबाही – राहत और बचाव कार्य में चुनौतियाँ
म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद राहत कार्यों में सबसे बड़ी चुनौती वहां की भौगोलिक स्थिति और सुरक्षा स्थिति रही है। म्यांमार की सैन्य सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में आपातकाल लागू कर दिया है। हालांकि, राहत कार्यों के लिए चीन ने भी म्यांमार में 37 लोगों की आपदा प्रतिक्रिया टीम भेजी है, जो आपातकालीन उपकरणों के साथ राहत कार्य में सहायता कर रही है। चीन द्वारा भेजी गई टीम में 112 सेट आपातकालीन बचाव उपकरण शामिल हैं, जिनमें ड्रोन, पोर्टेबल सैटेलाइट, और भूकंप पूर्व चेतावनी प्रणाली शामिल हैं।
आंग सान सू की स्थिति – भूकंप से नहीं हुआ कोई असर
भूकंप के बाद एक और बड़ी खबर आई है, वह यह कि म्यांमार की प्रसिद्ध नेता आंग सान सू की पूरी तरह से सुरक्षित हैं। जेल अधिकारियों ने पुष्टि की कि भूकंप का उन पर कोई असर नहीं पड़ा है और वे राजधानी नेपीडा की जेल में ही हैं। आपको बता दें कि 2021 में सैन्य तख्तापलट के बाद आंग सान सू को गिरफ्तार कर लिया गया था और उन्हें अलग-अलग मामलों में 50 साल से अधिक की सजा सुनाई गई थी।
म्यांमार-थाईलैंड में भूकंप से भारी तबाही – भविष्य में और बढ़ सकती हैं मौतें
USGS ने पहले ही भूकंप के बाद म्यांमार और थाईलैंड में मरने वालों की संख्या में भारी बढ़ोतरी की आशंका जताई है। अब तक 694 मौतों की पुष्टि हो चुकी है और अनुमान है कि ये आंकड़ा 10 हजार तक पहुंच सकता है। म्यांमार और थाईलैंड के कई प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति गंभीर बनी हुई है और अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में मौतों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। हालांकि राहत कार्यों की पूरी कोशिश की जा रही है, लेकिन हालात की गंभीरता को देखते हुए म्यांमार और थाईलैंड दोनों देशों में भारी राहत की आवश्यकता है।
कुल मिलाकर, म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप से भारी तबाही मच गई है और मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। भारत सहित अन्य देशों ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत भेजी है, लेकिन राहत कार्यों के बीच कई चुनौतियां भी सामने आई हैं। म्यांमार और थाईलैंड के नागरिकों को इस भयानक त्रासदी से उबरने में लंबा वक्त लग सकता है।
निष्कर्ष: म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप ने दोनों देशों को तबाह कर दिया है। भूकंप के झटकों ने लाखों लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है। अब तक 700 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और इस संख्या के 10,000 तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। राहत और बचाव कार्य में भारतीय सहायता के साथ अन्य देशों द्वारा भी मदद भेजी गई है। इन दोनों देशों में अभी राहत कार्य पूरी तरह से जारी है और भविष्य में मरने वालों की संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है।
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