🕒 Published 1 day ago (12:58 PM)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को इनकम टैक्स विभाग का मुख्यालय अचानक चर्चा में आ गया, जब वहां दो वरिष्ठ अधिकारियों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि मामला हिंसक हो गया। जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग के जॉइंट कमिश्नर योगेंद्र मिश्रा पर असिस्टेंट कमिश्नर गौरव गर्ग पर ग्लास से हमला करने का आरोप है। यह घटना दोपहर करीब 3 बजे हजरतगंज स्थित आयकर भवन में हुई।
गंभीर रूप से घायल हुए अधिकारी
हमले में घायल हुए गौरव गर्ग को इलाज के लिए तत्काल सिविल अस्पताल लखनऊ ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत खतरे से बाहर बताई। पुलिस उपायुक्त आशीष श्रीवास्तव के अनुसार, इस मामले की जानकारी गर्ग ने स्वयं पुलिस को दी थी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई की गई।
विवाद की पृष्ठभूमि में पुराने मतभेद
सूत्रों के अनुसार, दोनों अधिकारियों के बीच लंबे समय से मतभेद थे। यह तनाव कई बार बहस और कहासुनी तक पहुंच चुका था, लेकिन इस बार मामला हाथापाई और फिर हमले तक जा पहुंचा। हमले की वजह स्पष्ट नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि एक निर्माणाधीन विभागीय भवन की जिम्मेदारी को लेकर मतभेद और विभागीय क्रिकेट लीग के दौरान हुआ एक पुराना विवाद इसकी जड़ में हो सकता है।
क्रिकेट मैच विवाद बना कारण?
बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले विभागीय क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान योगेंद्र मिश्रा को प्लेइंग टीम में नहीं लिया गया था, जिससे वे नाराज हो गए थे। उन्होंने कथित रूप से पिच पर लेटकर मैच रुकवाने की बात कही थी। इस विवाद का वीडियो बाद में वायरल हुआ था, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई थी।
स्थानांतरण पर उठे सवाल
योगेंद्र मिश्रा का इस वर्ष मार्च में लखनऊ से काशीपुर ट्रांसफर कर दिया गया था। उनका आरोप है कि उनके स्थानांतरण के पीछे IPS अधिकारी रवीना त्यागी का हाथ था, जो गौरव गर्ग की पत्नी हैं और उसी बैच की अधिकारी हैं। मिश्रा का कहना है कि उन्हें तीन साल पूरे किए बिना ही जबरन स्थानांतरित किया गया।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घटना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि पहले “पुलिस बनाम पुलिस” था, अब “अधिकारी बनाम अधिकारी” हो गया है। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की और सवाल उठाया कि एक IPS अधिकारी के पति के साथ इस प्रकार की घटना कैसे हो सकती है।
बीजेपी अध्यक्ष ने अस्पताल में जाना हाल
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी सिविल अस्पताल पहुंचे और गौरव गर्ग का हालचाल लिया। उन्होंने कहा कि कानून के अनुसार कार्रवाई होगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होंने सपा प्रमुख की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह मामला राजनीति का नहीं, बल्कि जांच और न्याय का है।
जांच जारी, मामला संवेदनशील
फिलहाल मामले की जांच जारी है और पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी पहलुओं पर जानकारी जुटाई जा रही है। यह मामला न केवल प्रशासनिक व्यवस्था में अनुशासन पर सवाल खड़े करता है, बल्कि इससे विभागीय कार्य संस्कृति और आंतरिक संबंधों की गंभीर स्थिति भी उजागर होती है।