🕒 Published 2 months ago (10:37 AM)
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर केंद्र सरकार और योग गुरु बाबा रामदेव पर तीखा हमला बोला है। भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नाथूराम गोडसे की विचारधारा से प्रेरित होने का आरोप लगाया और कहा कि बीजेपी और उसके नेता गांधी जी की विचारधारा के खिलाफ हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद दिग्विजय सिंह ने टीटी नगर थाने में बाबा रामदेव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि रामदेव ने अपने उत्पादों के प्रचार के दौरान धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली टिप्पणियां की हैं। बाबा रामदेव पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक वीडियो में “शरबत जिहाद” शब्द का इस्तेमाल करते हुए रूह अफज़ा शरबत को मुसलमानों से जोड़कर सांप्रदायिक तनाव फैलाने का प्रयास किया है।
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि रामदेव ने कहा – “रूह अफज़ा से मिलने वाले पैसों से मस्जिदें और मदरसे बनते हैं, जबकि पतंजलि का शरबत पीने से गुरुकुल और आचार्यकुलम बनते हैं।” इस बयान को उन्होंने संविधान और भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 196(1)(क), 299 और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत दंडनीय अपराध बताया।
इसके अलावा दिग्विजय सिंह ने भाजपा विधायक गोलू शुक्ला के बेटे द्वारा पुजारी के साथ की गई मारपीट पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विरोध के चलते FIR दर्ज हुई है, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। उन्होंने बीजेपी पर पुलिस प्रशासन के दुरुपयोग का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी नेताओं में अहंकार भर गया है।
इंदौर में दलित दूल्हे को मंदिर में दर्शन से रोकने की घटना पर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के भाषणों का कोई मतलब नहीं अगर आज भी अनुसूचित जाति का व्यक्ति मंदिर नहीं जा सकता।
जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस के शासन में मुसलमानों को पंचर बनाने वाला बना दिया गया, तो उन्होंने पलटकर सवाल किया – “क्या हर पंचर बनाने वाला मुसलमान है? क्या हिंदू पंचर नहीं बनाते?”
दिग्विजय सिंह ने साफ कहा कि कांग्रेस बाबा रामदेव जैसे लोगों की ओर से फैलाए जा रहे नफरत के एजेंडे का संसद से लेकर सड़क तक विरोध करेगी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करती है।