Digital India के 10 साल पूरे : PM Modi ने उपलब्धियों को किया साझा,UPI और DBT बना भारत की डिजिटल रीढ़

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By Sunita Singh

🕒 Published 1 month ago (5:13 PM)

नई दिल्ली,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi )ने ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन के 10 वर्ष पूरे होने पर इसे एक “जन आंदोलन” की संज्ञा दी और कहा कि डिजिटल तकनीक ने भारत की शासन , अर्थव्यवस्था और आम जीवन को व्यापक स्तर पर बदलकर रख दिया है।

Digital India completes 10 year भारत की डिजिटल क्रांति का दशक

1 जुलाई 2015 को शुरू हुआ डिजिटल इंडिया मिशन एक दशक पूरा कर चुका है (Digital India completes 10 year) इस अवसर पर PM Modi ने अपने LinkedIn ब्लॉग “डिजिटल इंडिया का एक दशक” में इस मिशन की प्रमुख उपलब्धियों को साझा किया। PM Modi ने कहा कि एक दशक पूर्व देश में सिर्फ 25 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन थे आज यह संख्या 97 करोड़ का आंकड़े को पार कर गई है,”

5G रोलआउट देश में सबसे तेज रहा

PM Modi ने कहा कि पहले लोग इस बात पर संदेह करते थे कि भारतीय लोग तकनीक का सही इस्तेमाल कर सकते हैं या नहीं। लेकिन सरकार ने लोगों पर भरोसा किया और तकनीक का इस्तेमाल किया। आज 140 करोड़ लोग किसी न किसी रूप में डिजिटल टूल्स का उपयोग कर रहे हैं – शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और सरकारी सेवाओं तक। 5G रोलआउट देश में सबसे तेज रहा, सिर्फ 2 वर्षों में 5 लाख बेस स्टेशन स्थापित हुए।

यूपीआई और DBT बना भारत की डिजिटल रीढ़

डिजिटल इंडिया के दस साल पूरे( Digital India completes10 year) होने के बाद  UPI से अब हर साल 100 अरब से ज्यादा लेनदेन हो रहा है । DBT (Direct Benefit Transfer) से अब तक 44 लाख करोड़ रुपये सीधे लाभार्थियों तक पहुंचे, जिससे 3.5 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई । डिजिटल मिशन के चलते जहां एक ओर बिचौलियों की भूमिका खत्म हुई साथ ही सरकारी योजनाओं की पारदर्शिता बढ़ी है ।ओएनडीसी ने  200 मिलियन लेन-देन को पार किया।

PM Modi ने बताया कि ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) और सरकारी ई मार्केटप्लेस (Gem) जैसे प्लेटफॉर्म छोटे व्यवसायों को बड़े बाजारों से जोड़कर उन्हें आगे बढ़ाने में कैसे मदद कर रहे हैं। ओएनडीसी ने हाल ही में 200 मिलियन लेन-देन को पार किया है,

ग्रामीण भारत में डिजिटल अधिकार और स्वामित्व योजना

2.4 करोड़ संपत्ति कार्ड वितरित, 6 लाख गांवों का डिजिटल मान चित्रण , यह योजना ग्रामीण नागरिकों को कानूनी संपत्ति अधिकार देकर वित्तीय समावेशन को गति दे रही है। भारतीय तकनीक, अब वैश्विक प्रेरणा
भारत के डिजिटल टूल्स
आधार
CoWIN (220 करोड़ वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट)
DigiLocker (775 करोड़ दस्तावेज, 54 करोड़ यूज़र)
FASTag
अब अन्य देशों द्वारा अध्ययन और उपयोग में लिए जा रहे हैं।
भारत: स्टार्टअप और AI का ग्लोबल हब
भारत अब टॉप 3 ग्लोबल स्टार्टअप इकोसिस्टम में शामिल है
1.8 लाख स्टार्टअप्स देश में सक्रिय हैं
भारत एआई मिशन (IndiaAI Mission) के तहत
$1.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश
34,000 GPU तक पहुंच
प्रति GPU-घंटा लागत $1 से कम, दुनिया में सबसे सस्ती

“अगला दशक और भी ऐतिहासिक होगा”

PM Modi ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग, क्वांटम टेक्नोलॉजी, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों में भारत अग्रणी बनने जा रहा है। “मैं भारत के इनोवेटर्स और स्टार्टअप्स से आह्वान करता हूं कि वे ऐसी तकनीक विकसित करें जो मानवता की सेवा करे और भारत को वैश्विक डिजिटल मंच पर एक विश्वसनीय भागीदार बनाए।”

संक्षेप में: डिजिटल इंडिया मिशन की 10 प्रमुख उपलब्धियां (Digital India completes10 year)

वर्ष  और  उपलब्धि

2015 डिजिटल इंडिया मिशन की शुरुआत
2016 डिजिलॉकर और आधार का एकीकरण
2017 CoWIN प्लेटफॉर्म की नींव रखी गई
2018 GeM पोर्टल का विस्तार हुआ
2019 DBT में तेजी आई
2020 कोविड काल में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन
2021 FASTag और डिजिलॉकर का बड़े पैमाने पर उपयोग
2022 ONDC का लॉन्च
2023 5G का सबसे तेज रोलआउट
2025 डिजिटल इंडिया @10 – वैश्विक डिजिटल शक्ति

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