🕒 Published 1 month ago (9:13 AM)
नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को राजधानी के प्रमुख सरकारी अस्पतालों के मेडिकल सुपरिटेंडेंट्स के साथ एक आपात बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी अस्पताल किसी भी आकस्मिक हालात के लिए पूरी तरह तैयार रहें और तत्काल इमरजेंसी वार्ड स्थापित किए जाएं।
बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर दिल्ली की मौजूदा स्वास्थ्य व्यवस्था, उसकी गुणवत्ता, आवश्यक संसाधनों और चुनौतियों की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि राजधानी के नागरिकों को उपलब्ध, किफायती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं देना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
दवाओं की कमी पर जताई चिंता
मुख्यमंत्री गुप्ता ने राजधानी के अस्पतालों में आवश्यक दवाओं की कमी पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह स्थिति बेहद गंभीर है और इस पर तुरंत ठोस कार्रवाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि इस संबंध में एक कार्ययोजना तैयार कर उन्हें जल्द रिपोर्ट सौंपी जाए।
केंद्र की योजनाओं के क्रियान्वयन पर ज़ोर
रेखा गुप्ता ने केंद्र सरकार की तीन बड़ी योजनाओं – आयुष्मान भारत, वय वंदना योजना और आरोग्य मंदिर योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के जरिए लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा सकती हैं।
हॉस्पिटल्स को अलर्ट मोड पर रखा गया
दिल्ली सरकार और केंद्र के अधीन सभी प्रमुख अस्पतालों में आपातकालीन प्रबंधन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। लोकनायक अस्पताल को विशेष अलर्ट पर रखा गया है, जहां 250 स्वास्थ्यकर्मियों को आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अलावा:
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लोकनायक अस्पताल में 70 बेड का विशेष वार्ड तैयार
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महरौली स्थित राष्ट्रीय क्षयरोग संस्थान में 50 बेड सुरक्षित
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आरएमएल अस्पताल में 10 बेड का आपात वार्ड स्थापित
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स्वास्थ्यकर्मियों की सभी छुट्टियां रद्द