🕒 Published 3 months ago (5:33 AM)
दिल्ली में विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है, और इस बार इसे काफी हंगामेदार माना जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच तीखी नोकझोंक की संभावना है, खासकर दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) पर कैग रिपोर्ट और महिला समृद्धि योजना को लेकर। पांच दिवसीय इस सत्र की शुरुआत पारंपरिक ‘खीर’ समारोह से होगी।
महत्वपूर्ण दिनचर्या और बजट पेशी
दिल्ली विधानसभा का यह बजट सत्र आज सुबह 11 बजे शुरू होगा। दिलचस्प बात यह है कि करीब 26 साल बाद पहली बार दिल्ली में बीजेपी सरकार का बजट पेश किया जाएगा। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, जो वित्त विभाग का प्रभार भी संभाल रही हैं, बजट को सदन में प्रस्तुत करेंगी। उन्होंने इसे आम जनता का बजट बताते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकता दिल्लीवासियों की भलाई होगी।

डीटीसी पर कैग रिपोर्ट और विपक्ष का रुख
इस सत्र में डीटीसी के कामकाज पर सीएजी (कैग) रिपोर्ट भी पेश की जाएगी। यह तीसरी सीएजी रिपोर्ट होगी, जिससे सदन में गरमागरम बहस होने की पूरी संभावना है। विपक्ष ने पहले ही सरकार पर सवाल उठाने की तैयारी कर ली है और इस मुद्दे को प्रमुख रूप से उठाने वाला है।
दिल्ली का आम बजट: क्या होंगी प्राथमिकताएं?
मंगलवार, 25 मार्च को दिल्ली का वार्षिक बजट पेश किया जाएगा। इसमें वित्तीय प्राथमिकताओं के साथ विकास योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की जाएगी। इस बार बजट तैयार करने में जनता की भागीदारी भी महत्वपूर्ण रही, क्योंकि सरकार को 10,000 से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं।
बीजेपी दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भरोसा दिलाया कि यह बजट दिल्ली की जनता को समर्पित होगा और चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में कदम उठाएगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि युवा, महिलाएं, मजदूर, कर्मचारी और व्यापारी – सभी के हितों को ध्यान में रखा जाएगा।
शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष जोर
इस बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाएगी। सरकार का दावा है कि यह बजट भ्रष्टाचार मुक्त होगा और पूरी पारदर्शिता के साथ पेश किया जाएगा। बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर 10 वर्षों के शासन के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और कहा है कि कैग रिपोर्ट के जरिए सच्चाई सबके सामने लाई जाएगी।
क्या यह ऐतिहासिक बजट होगा?
बीजेपी नेताओं ने इस बजट को ऐतिहासिक करार दिया है। बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि यह 27 साल बाद ऐसा पहला बजट होगा जो ‘बिना बेईमानी और बहानों के’ पेश किया जाएगा। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित दिल्ली’ के सपने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। साथ ही, उन्होंने आम आदमी पार्टी पर पिछले दस वर्षों में दिल्ली को लूटने का आरोप लगाया और भरोसा दिलाया कि बीजेपी के नेतृत्व में बदलाव दिखाई देगा।
महिला समृद्धि योजना पर विशेष ध्यान
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने महिलाओं के लिए महिला समृद्धि योजना का वादा किया था, जिसके तहत गरीब परिवारों की महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपये देने की घोषणा की गई थी। इसके लिए 5,100 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं, लेकिन अभी तक लाभार्थियों का पंजीकरण शुरू नहीं हुआ है।
विपक्ष का आरोप: महिलाओं के साथ विश्वासघात?
इस योजना को लेकर विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है। आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने बीजेपी पर दिल्ली की महिलाओं के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार से अधिशेष बजट मिलने के बावजूद बीजेपी सरकार ने वित्तीय सहायता से इनकार कर दिया है, और इसे विधानसभा के अंदर और बाहर उजागर किया जाएगा।
बजट पर आम चर्चा और पारित होने की प्रक्रिया
बजट पर आम चर्चा 26 मार्च को होगी, और 27 मार्च को बजट को पारित किया जाएगा। 28 मार्च को निजी विधेयकों और संकल्पों पर चर्चा की जाएगी। यह सत्र कई महत्वपूर्ण फैसलों का साक्षी बनने वाला है, जिसमें दिल्लीवासियों की नजरें खास तौर पर महिला समृद्धि योजना, शिक्षा, स्वास्थ्य और डीटीसी पर कैग रिपोर्ट पर टिकी रहेंगी।
इस बजट सत्र से दिल्ली में किस तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।
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