नई दिल्ली- Dalai Lama’s Birthday Celebration आज हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में तिब्बती बौद्धों के सबसे बड़े धर्मगुरू 14वें दलाई लामा का 90 वां जन्म दिन समारोह धूमधाम से मनाया जा रहा है । इस समारोह में दुनियाभर से नेताओं और उनके अनुयायियों की भारी भीड़ शामिल हुई। इस मौके पर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी शामिल हुए।केद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने दलाई लामा के करुणा और अहिंसा के संदेश को सराहा। साथ ही तिब्बती समुदाय के प्रति भारत सरकार के समर्थन और सहयोग की बात कही। उन्होंने कहा कि यह करुणा, ज्ञान और अहिंसा को समर्पित एक उल्लेखनीय जीवन का उत्सव है।
विषयसूची
Dalai Lama’s Birthday Celebration
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि Dalai Lama’s Birthday Celebration के दिन मैं उन लाखों अनुयायियों के साथ दलाई लामा को जन्मदिन की शुभकामनाएं देता हूं जो आज के समय में दलाई लामा अनुकंपा और मानवता का संदेश दुनिया भर में फैला रहे हैं। ये भारत के लिए गर्व की बात है कि हम तिब्बत के साथ धार्मिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान रखते हैं.
तिब्बती लोगों के सहयोग के लिए हमेशा तैयार – रिजिजू
केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने Dalai Lama’s Birthday Celebration के मौके पर कहा कि भारत सरकार और भारत के लोगों की ओर से मैं दलाई लामा जी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं देते हैं। ये हमारे लिए बड़े ही गर्व की बात है कि दलाई लामा भारत को दूसरा घर मानते हैं। एक अनुयायी के रूप यह कहता हूं कि दलाई लामा जो भी कहेंगे हम उसका पालन पूरी तरह करेंगे । तिब्बती लोग हमेशा भारत की शांति और उन्नति में हमेशा योगदान देते हैं। केंद्रीय मंत्री होने के नाते मेरे कार्यालय के दरवाजे तिब्बत के लोगों के सहयोग के लिए हमेशा खुले रहेंगे । तिब्बती प्रशासन जो इस साल को ईयर ऑफ कंपेशन के तौर पर मना रहा है उसका हम तहेदिल से स्वागत करते हैं और भारत सरकार इसमें पूरा सहयोग करेगी।
सद्भाव और सामूहिक कल्याण को बढ़ावा-पेमा खांडू
इस मौके पर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि ” दलाई लामा की शिक्षाओं ने हमारे शासन दर्शन को प्रभावित किया है। हम सद्भाव और सामूहिक कल्याण को बढ़ावा देने वाली नीतियों को आकार देने में उनकी करुणा और अहिंसा के सिद्धांतों से प्रेरणा लेते हैं। उन्होंने कहा कि मठवासी स्कूलों सहित मूल्य-आधारित शिक्षा में हमारा निवेश छात्रों को खुश और जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए शिक्षित करने में उनके विश्वास से प्रेरित है। आज की दुनिया में, संघर्ष और ध्रुवीकरण से ग्रस्त, आंतरिक शांति और नैतिक जीवन जीने का परम पावन का संदेश और भी अधिक प्रासंगिक है।
अगर खबर पसंद आई हो तो इसे शेयर ज़रूर करें!

