🕒 Published 3 weeks ago (5:11 AM)
नई दिल्ली। देशभर में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। अब तक कुल सक्रिय मामलों की संख्या 1083 तक पहुंच चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा मरीज केरल से सामने आए हैं, जहां 430 लोग वर्तमान में संक्रमित हैं।
कई राज्यों में नए केस, यूपी में पहली मौत
मंगलवार को कर्नाटक से 36, गुजरात से 17, बिहार से 5 और हरियाणा से 3 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है। हालांकि राहत की बात यह रही कि गुजरात में 13 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में 78 वर्षीय एक बुजुर्ग की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई, जो प्रदेश में नए वैरिएंट से हुई पहली मौत है।
उत्तर-पूर्व और अन्य राज्यों में भी कोरोना की दस्तक
अरुणाचल प्रदेश में भी दो महिलाओं की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें एक को हल्का बुखार और खांसी है, जबकि दूसरी महिला में कोई लक्षण नहीं पाए गए। महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और मध्य प्रदेश से भी 11 मौतों की खबर है।
बिहार दौरे को लेकर अलर्ट, PM के करीब रहने वालों की जांच अनिवार्य
प्रधानमंत्री मोदी के 29-30 मई के बिहार दौरे को देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। विशेष रूप से प्रधानमंत्री के 100 मीटर के दायरे में मौजूद सभी व्यक्तियों की कोरोना जांच अनिवार्य कर दी गई है।
जयपुर और ठाणे से भी मौत की पुष्टि
राजस्थान की राजधानी जयपुर में 26 मई को कोरोना से दो लोगों की मौत हुई। इनमें से एक व्यक्ति रेलवे स्टेशन पर मृत पाया गया था, जबकि दूसरा एक निजी अस्पताल में भर्ती था। महाराष्ट्र के ठाणे में भी दो युवाओं की उपचार के दौरान मृत्यु हुई है।
कई राज्यों में मिले कोरोना के नए वैरिएंट
देश में कोरोना के मामलों में वृद्धि के बीच चार नए वैरिएंट की पहचान की गई है। ICMR के अनुसार ये वैरिएंट LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 हैं, जो मुख्यतः दक्षिण और पश्चिम भारत में मिले हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार इन वैरिएंट से गंभीर खतरे की आशंका नहीं है, लेकिन सतर्कता जरूरी है।
WHO की टिप्पणी और विशेषज्ञों की सलाह
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इन वैरिएंट्स को “अत्यधिक चिंता” की श्रेणी में नहीं रखा है, लेकिन निगरानी में रखने योग्य जरूर माना है। NB.1.8.1 वैरिएंट के कुछ म्यूटेशन जैसे A435S और T478I काफी तेजी से फैलते हैं और इन पर पहले से बनी इम्युनिटी का भी कम असर होता है।
JN.1 बना प्रमुख वैरिएंट
भारत में JN.1 सबसे सामान्य वैरिएंट बनकर सामने आया है। टेस्टिंग के दौरान आधे से ज्यादा सैंपल में यही वैरिएंट पाया गया है। इसके बाद BA.2 और ओमिक्रॉन की अन्य श्रेणियों के भी मामले सामने आ रहे हैं।
देशभर में लोगों से अपील की जा रही है कि वे घबराएं नहीं लेकिन लापरवाही न बरतें और सतर्क रहें।