🕒 Published 22 hours ago (11:37 AM)
अहमदाबाद में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चलाए गए एक जागरूकता अभियान के तहत लगाए गए पोस्टरों ने विवाद खड़ा कर दिया है। इन पोस्टरों में इस्तेमाल की गई भाषा को लेकर सोशल मीडिया और सामाजिक संगठनों में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली ।
“लेट-नाइट पार्टी में जाना रेप या गैंगरेप को न्योता दे सकता है”
एक पोस्टर में लिखा था, “लेट-नाइट पार्टी में जाना रेप या गैंगरेप को न्योता दे सकता है”, जबकि दूसरे पोस्टर पर कहा गया था, “अंधेरे और सुनसान इलाकों में दोस्तों के साथ न जाएं, आपके साथ रेप या गैंगरेप हो सकता है।” इन बयानों को लेकर लोगों ने नाराजगी जताई और इसे पीड़ित को दोषी ठहराने वाली मानसिकता का उदाहरण बताया।
“हमने इस तरह की भाषा की अनुमति कभी नहीं दी थी : पुलिस
जैसे ही विरोध बढ़ा, पुलिस ने तुरंत इन पोस्टरों को हटवा दिया और सफाई दी कि इस भाषा की उन्हें जानकारी नहीं थी। पुलिस ने बताया कि ये पोस्टर एक एनजीओ द्वारा ट्रैफिक जागरुकता के लिए प्रस्तावित किए गए थे और पुलिस को इसकी पूर्ण जानकारी नहीं थी। पुलिस का कहना है कि “हमने इस तरह की भाषा की अनुमति कभी नहीं दी थी।” स्थानीय महिलाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस कैंपेन की कड़ी आलोचना की है।