महाराष्ट्र के सोलापुर ज़िले में आयोजित हिंदू आक्रोश मोर्चा के दौरान एनसीपी (अजित पवार गुट) के विधायक संग्राम जगताप द्वारा दिए गए एक बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उन्होंने मंच से बोलते हुए लोगों से दिवाली के दौरान केवल हिंदू दुकानदारों से ही सामान खरीदने की अपील की।
विषयसूची
अजित पवार ने मांगी सफाई
संग्राम जगताप के इस बयान पर एनसीपी प्रमुख और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने नाराज़गी जाहिर की है। उन्होंने विधायक से इस विवादास्पद बयान को लेकर तुरंत सफाई देने को कहा है।
पार्टी की सेक्युलर छवि को नुकसान
संग्राम जगताप तीन बार से विधायक हैं और सोलापुर जिले के अहम चुनाव क्षेत्र अहिल्यानगर से निर्वाचित होते आ रहे हैं। हालांकि उनके हालिया बयानों से पार्टी की धर्मनिरपेक्ष (सेक्युलर) छवि को नुकसान पहुंच सकता है। एनसीपी लंबे समय से फुले, शाहू और आंबेडकर की विचारधारा को मानने वाली पार्टी रही है, और ऐसे बयानों से पार्टी लाइन से हटने का संकेत मिलता है।
मिला शो कॉज नोटिस
पार्टी नेतृत्व ने संग्राम जगताप को कारण बताओ नोटिस (शो कॉज नोटिस) भेजा है। अजित पवार ने स्पष्ट किया कि एनडीए में शामिल होना एक राजनीतिक समझौता था, न कि वैचारिक गठबंधन। पार्टी की मूल विचारधारा से हटना संगठन के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
वोटबैंक पर पड़ सकता है असर
अजित पवार ने सरकार में रहते हुए भी हमेशा पार्टी की सेक्युलर नीति को प्राथमिकता दी है। पार्टी का मानना है कि इस तरह के बयान न केवल छवि को प्रभावित करते हैं, बल्कि वोटबैंक पर भी विपरीत असर डाल सकते हैं।
अगर खबर पसंद आई हो तो इसे शेयर ज़रूर करें!

