🕒 Published 2 months ago (5:26 AM)
Controversial Statement On Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 सैलानियों की दर्दनाक हत्या के बाद जहां पूरा देश शोक में डूबा हुआ है, वहीं भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। हरियाणा के भिवानी में पहुंचे सांसद जांगड़ा ने कहा कि अगर हमले के वक्त महिलाएं हाथ जोड़ने के बजाय आतंकियों से मुकाबला करतीं, तो मरने वालों की संख्या कम होती।
यहां भी पढ़े- आज का दिन सौभाग्यशाली! 25 मई को इन राशियों की किस्मत खुलेगी
जांगड़ा ने कहा कि पहलगाम हमले में जिन महिलाओं ने अपने पति खो दिए, अगर उनमें झांसी की रानी या अहिल्याबाई होल्कर जैसा जज्बा होता, तो आतंकियों का डटकर सामना किया जा सकता था। उन्होंने कहा, “जो महिलाएं उस हमले में थीं, अगर वे हाथ जोड़ने के बजाय लाठी-डंडा लेकर आतंकियों की तरफ दौड़तीं, तो शायद 5-6 लोग ही मरते और तीनों आतंकी वहीं ढेर हो जाते।”
“वीरांगना का भाव नहीं था, इसलिए 26 लोग मारे गए”
रामचंद्र जांगड़ा ने दावा किया कि जिन महिलाओं के सामने उनके पतियों को मौत के घाट उतार दिया गया, अगर उन्होंने इतिहास से प्रेरणा ली होती, तो यह मंजर नहीं होता। उन्होंने कहा, “जिनकी मांग का सिंदूर छीन लिया गया, अगर उन्होंने अहिल्याबाई होल्कर की गाथाएं पढ़ी होतीं, तो वो चुप न बैठतीं। उन महिलाओं में न वीरांगना जैसा भाव था, न जज्बा। इसी वजह से 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई।”
यहां भी पढ़े- कन्नड़ भाषा को लेकर फिर विवाद, ATM में विकल्प न होने पर छिड़ी बहस
अग्निवीर योजना का हवाला
जांगड़ा ने इस दौरान केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना का भी ज़िक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं में वीरता और देशभक्ति की भावना जागृत करने के लिए यह योजना शुरू की है। उन्होंने कहा, “अगर पहलगाम में मौजूद सैलानियों को वैसी ही कोई सैन्य ट्रेनिंग मिली होती, जैसी अग्निवीर योजना में दी जाती है, तो आतंकी इतने लोगों की जान नहीं ले पाते।”
भाजपा सांसद ने यह भी कहा कि अगर यात्रियों के हाथ में कुछ हथियार – लाठी, डंडा, पत्थर – होते और वे चारों तरफ से आतंकियों पर टूट पड़ते, तो शायद नतीजा कुछ और होता।
हमले के दोषियों पर जवाब टाल गए
जब जांगड़ा से पहलगाम हमले के दोषियों की गिरफ्तारी को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने इस पर सीधा जवाब देने से परहेज़ किया। उन्होंने कहा कि भले ही आरोपी न पकड़े गए हों, लेकिन भारतीय सेना ने उनके ठिकानों और आकाओं को खत्म कर दिया है।
कांग्रेस नेताओं पर भी साधा निशाना
रामचंद्र जांगड़ा ने कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा पर भी तंज कसते हुए उन्हें अहंकारी बताया। उन्होंने कहा कि रोहतक की एक बैठक में डीसी और हुड्डा के बीच जो बहस हुई, उसमें गलती हुड्डा की थी। अगर वे समय पर पहुंचते, तो डीसी उन्हें रिसीव करते।
वहीं, कुरुक्षेत्र में कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा पर भाजपा पार्षद द्वारा हुई मारपीट को जांगड़ा ने गलत बताया। उन्होंने कहा कि विधायक की बात सही थी कि बैठक में निर्वाचित प्रतिनिधियों को शामिल नहीं किया जाना चाहिए था।
राहुल गांधी और शशि थरूर पर टिप्पणी
सांसद जांगड़ा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे विदेश जाकर देश के खिलाफ बयान देते हैं, इसलिए उन्हें कोई गंभीरता से नहीं लेता। इसके उलट उन्होंने कांग्रेस नेता शशि थरूर की तारीफ की और कहा कि थरूर जैसे बुद्धिजीवी नेता “ऑपरेशन सिंदूर” जैसे डेलिगेशन में भाग लेकर पाकिस्तान की असलियत दुनिया को बता रहे हैं।
बयान पर विवाद, प्रतिक्रियाओं की संभावना
भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं आने की संभावना है। विपक्ष पहले ही केंद्र सरकार पर पहलगाम हमले को लेकर सवाल उठा रहा है, ऐसे में जांगड़ा की टिप्पणी नया विवाद खड़ा कर सकती है।
अब देखना यह है कि भाजपा नेतृत्व इस बयान को लेकर क्या रुख अपनाता है और क्या सांसद जांगड़ा अपने बयान पर सफाई देते हैं या नहीं।