China’s New Move to Tackle Population Crisis
नई दिल्ली, डेस्क: Good news for married couples घटती जनसंख्या और गिरती जन्मदर को लेकर चीन की सरकार को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। चीन की सरकार इसे देखते हुए अब एक बड़ा सामाजिक और नीतिगत कदम उठाया है। चीन के कई प्रांतों में शादी करने वाले जोड़ों के लिए खुशखबरी है कि अब उन्हें शादी की भरपूर छुट्टियां मिलेंगी। सरकार का छुट्टियां बढ़ाने का मकसद केवल एक ही है कि शादी करने पारिवारिक जीवन शुरू करने के लिए समय और प्रोत्साहन दोनों मिल सके।
चीन के कई प्रांतों ने शादी की छुट्टी को 3 दिन से बढ़ाकर 30 दिन तक कर दिया है। इस पहल का मकसद है कि लोग ज्यादा से ज्यादा शादी करें, परिवार बढ़ाएं और देश की गिरती जनसंख्या दर को स्थिर किया जा सके। सबसे अधिक आबादी वाले सिचुआन प्रांत ने शादी की छुट्टी को 3 से बढ़ाकर 20 दिन कर दिया है। साथ ही, अगर कोई जोड़ा शादी से पहले मेडिकल चेकअप कराता है, तो उन्हें अतिरिक्त 5 दिन की सवेतन छुट्टी और मिलती है यानी कुल 25 दिन।
चीन के शेडोंग प्रांत में शादी के लिए मिलने वाली छुट्टियों को 18 दिन, जबकि शांक्सी और गांसू जैसे प्रांतों में छुट्टियों को 30 दिन तक बढ़ा दिया गया है। फिलहाल केंद्र सरकार द्वारा तय शादी की छुट्टी 1980 से सिर्फ 3 दिन की है, जिसे अब प्रांतीय स्तर पर बदला जा रहा है।यह प्रस्ताव जून माह तक सार्वजनिक प्रतिक्रिया के लिए खुला है।
चीन में 2025 की प्रथम तिमाही में शादी रजिस्ट्रेशन केवल 18.1 लाख जोड़ों ने ही कराया यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले में 8 प्रतिशत कम है। जिसने चीन की चिंताओं को बढ़ा दिया है। वर्ष 1980 के बाद यह संख्या सबसे कम मानी जा रही है। विशेषज्ञों की मानें तो आज के युवा तभी शादी करने की सोचते हैं जब तर वे बच्चे की योजना न बना लें। आज हालात यह हैं कि पारंपरिक विवाह की धारणा करियर और व्यक्तिगत स्वतंत्रता भेंट चढ़ गई है।
अब चीन की सरकार ने शादी रजिस्ट्रेशन को आसान बनाने का भी निर्णय लिया है। अब किसी भी शहर में शादी का रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। हुकौ (स्थानीय पंजीकरण) की आवश्यकता नहीं रहेगी। इसके अलावा मातृत्व और पितृत्व अवकाश भी बढ़ाया जा रहा है ताकि परिवार बढ़ाने की राह में कोई बाधा न हो।
हालांकि कुछ लोगों को डर है कि कंपनियां इन छुट्टियों को व्यवहार में लाने में आनाकानी कर सकती हैं। इसीलिए सरकार कंपनियों को वित्तीय सहायता देने और इस नीति को सफल बनाने के लिए काम कर रही है। अंत में यही कहा जा सकता है कि चीन सरकार की यह नई नीति पारिवारिक मूल्यों को बढ़ावा देने और जनसंख्या संकट के समाधान करने की दिशा में एक साहसिक और ऐतिहासिक कदम है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या युवा इन रियायतों को अपनाकर फिर से पारंपरिक शादी और परिवार की ओर लौटते हैं या नहीं।
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