ईरान-इजरायल युद्ध आज आठवें दिन और भी उग्र हो गया है। जहां एक ओर अमेरिका ने इस युद्ध में कूदने की घोषणा कर दी है, वहीं अब चीन की रहस्यमयी एंट्री ने पूरी जंग को और भी खतरनाक मोड़ पर ला दिया है।
दरअसल, चीन के तीन बोइंग 747 कार्गो विमान मिड-एयर ट्रांसपोंडर बंद कर सीधे ईरान पहुंच गए हैं। ये विमान पहले शंघाई से लग्जमबर्ग की उड़ान पर थे, लेकिन अचानक सेंसर और ट्रैकिंग सिस्टम बंद कर ईरान की हवाई सीमा में प्रवेश कर गए। खास बात यह है कि जंग के चलते ईरान की एयरस्पेस फिलहाल बंद है।
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चीन ने भेजे हथियार या डिफेंस सिस्टम?
इन विमानों में क्या था, इसका अब तक कोई आधिकारिक खुलासा नहीं हुआ है। मगर जानकारों का मानना है कि ये विमान ईरान के लिए हथियार, एयर डिफेंस सिस्टम या रणनीतिक उपकरण लेकर आए हो सकते हैं।
FlightRadar24 के डेटा के अनुसार, 14 जून 2025 से अब तक चीन के उत्तरी हिस्सों से पांच कार्गो विमान कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान होते हुए ईरान पहुंचे हैं। ईरान की सीमा में घुसते ही ये विमान रडार से गायब हो गए। इस तरह ट्रांसपोंडर ऑफ करना आमतौर पर सैन्य या खुफिया मिशनों में किया जाता है।
चीन-रूस का झुकाव ईरान की ओर
इस घटनाक्रम ने अमेरिका और इजरायल की चिंता बढ़ा दी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि अमेरिका युद्ध में कूदा, तो रूस और चीन ईरान के साथ खुलकर खड़े होंगे।
बीर्शेबा पर ईरान का मिसाइल अटैक
इस बीच शुक्रवार सुबह ईरान ने इजरायल के बीर्शेबा शहर पर एक और बैलिस्टिक मिसाइल दागी। रिपोर्ट के मुताबिक मिसाइल Microsoft ऑफिस के पास गिरी, जिससे कई कारों में आग लग गई और आसपास के मकानों को भी नुकसान पहुंचा। हमले में कम से कम 6 लोग घायल हुए हैं। गुरुवार को भी बीर्शेबा के एक अस्पताल को निशाना बनाया गया था, जिसमें 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
इजरायल का पलटवार: तेहरान पर हमले तेज करने का आदेश
इस हमले के जवाब में इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने अपनी सेना को तेहरान स्थित अयातुल्ला खामेनेई के ठिकानों पर हमले तेज करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इन हमलों का मकसद ईरानी शासन को अस्थिर करना है।
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