चेस्ट इंफेक्शन यानी छाती में संक्रमण एक आम समस्या है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर भी हो सकता है। यह आमतौर पर वायरस या बैक्टीरिया के कारण होता है। यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह निमोनिया या ब्रोंकाइटिस जैसी गंभीर बीमारियों का रूप ले सकता है। खासकर कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग, बुजुर्ग और बच्चे इससे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। आइए जानते हैं चेस्ट इंफेक्शन के प्रमुख लक्षण और इससे बचाव के जरूरी उपाय।
1. लगातार खांसी होना:
यदि लंबे समय तक खांसी बनी हुई है, तो यह चेस्ट इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। यह खांसी सूखी भी हो सकती है या बलगम के साथ भी। बलगम का रंग पीला, हरा या खून मिला हुआ हो सकता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श जरूरी होता है।
2. सीने में भारीपन और दर्द:
फेफड़ों में सूजन के कारण सीने में जकड़न या दर्द महसूस हो सकता है, खासकर खांसते या गहरी सांस लेते समय। यह दर्द पसलियों तक भी पहुंच सकता है।
3. सांस लेने में कठिनाई:
चेस्ट इंफेक्शन फेफड़ों की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है, जिससे सामान्य गतिविधियों के दौरान भी सांस फूलने लगती है।
4. बुखार और ठंड लगना:
बैक्टीरियल संक्रमण की स्थिति में तेज बुखार, कंपकंपी और पसीना आना आम लक्षण हैं। यह संक्रमण शरीर पर तीव्र प्रभाव डाल सकता है।
5. थकान और कमजोरी महसूस होना:
संक्रमण की वजह से शरीर की ऊर्जा तेजी से खत्म होती है, जिससे व्यक्ति को लगातार थकान और कमजोरी महसूस होती है।
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