चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की नई स्कीम में फ्लैट्स की कीमतों में 40% तक बढ़ोतरी का प्रस्ताव, HIG फ्लैट्स की सबसे ज्यादा मांग

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By Hindustan Uday

🕒 Published 1 month ago (6:07 PM)

चंडीगढ़। चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (CHB) ने सेक्टर 53 में प्रस्तावित अपनी बहुप्रतीक्षित हाउसिंग स्कीम के फ्लैट्स की कीमतों में भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है। यह बढ़ोतरी 40 फीसदी तक हो सकती है, जिसे 1 अप्रैल से लागू किए गए नए कलेक्टर रेट्स के आधार पर तय किया गया है। यह प्रस्ताव उन लोगों के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है, जो लंबे समय से शहर में किफायती घर खरीदने की उम्मीद कर रहे थे।

फ्लैट्स की नई प्रस्तावित कीमतें

बोर्ड द्वारा प्रस्तावित नई कीमतों के अनुसार, विभिन्न श्रेणियों के फ्लैट्स की लागत में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिलेगी:

  • 3 BHK (HIG) फ्लैट की कीमत अब ₹1.65 करोड़ से बढ़कर ₹2.30 करोड़ हो सकती है — करीब 39.39% की बढ़ोतरी
  • 2 BHK (MIG) फ्लैट की कीमत ₹1.40 करोड़ से बढ़कर ₹1.97 करोड़ हो सकती है
  • EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) फ्लैट की कीमत ₹55 लाख से बढ़कर ₹74 लाख तक पहुंच सकती है

यह बढ़ी हुई कीमतें स्पष्ट रूप से संकेत देती हैं कि अब चंडीगढ़ में घर खरीदना पहले से ज्यादा महंगा हो गया है, खासकर मिडल क्लास और ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए।

स्कीम में कुल 372 फ्लैट्स, HIG फ्लैट्स की भारी मांग

इस स्कीम के तहत कुल 372 फ्लैट्स बनाए जाने हैं, जिनमें से:

  • 192 फ्लैट्स HIG वर्ग के लिए
  • 100 फ्लैट्स MIG वर्ग के लिए
  • 80 फ्लैट्स EWS वर्ग के लिए आरक्षित होंगे

CHB द्वारा फरवरी और मार्च 2024 में किए गए सर्वे में इस स्कीम को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। 7,468 लोगों ने आवेदन किया, जिनमें से 5,081 आवेदन केवल HIG (3 BHK) फ्लैट्स के लिए थे। यानी कुल आवेदनों का 68 प्रतिशत हिस्सा सिर्फ बड़े फ्लैट्स के लिए आया। यह दर्शाता है कि शहर में उच्च आय वर्ग के बड़े घरों की मांग लगातार बढ़ रही है।

पिछली स्कीम से सबक और बदला बाजार

2020 में जब CHB ने कीमतें घटाई थीं, तब मात्र 148 आवेदन मिले थे, जिसके चलते पूरी स्कीम रद्द करनी पड़ी थी। इसके उलट, अब बाजार में सुधार और रुचि देखी जा रही है। हाल ही में कुछ खाली फ्लैट्स की नीलामी में निवेशकों और आम लोगों की बड़ी भागीदारी रही है। इसी रुझान को देखते हुए मई 2023 में 372 फ्लैट्स के निर्माण को हरी झंडी दी गई थी।

प्रशासन की मंजूरी का इंतजार

हालांकि, अगस्त 2023 में तत्कालीन यूटी प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने इस स्कीम को जरूरी न मानते हुए रोक दिया था। इसके कारण 200 करोड़ रुपये की लागत वाले निर्माण कार्य के टेंडर भी रद्द करने पड़े थे। गौरतलब है कि CHB की आखिरी स्कीम वर्ष 2016 में सेक्टर 51 में आई थी।

अब बोर्ड को उम्मीद है कि हाल ही में बढ़ी मांग और सर्वे रिपोर्ट्स के आधार पर प्रशासन से संशोधित कीमतों पर जल्द मंजूरी मिल जाएगी। अगर ऐसा हुआ, तो CHB इस स्कीम को बढ़ी हुई दरों पर ही लॉन्च करेगा।

 

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