🕒 Published 3 months ago (6:30 AM)
अगले वित्तीय वर्ष यानी 1 अप्रैल 2025 से कई बड़े बदलाव लागू होने जा रहे हैं, जिनका सीधा प्रभाव आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। इन परिवर्तनों में बैंक खातों से जुड़े नियम, एटीएम ट्रांजैक्शन शुल्क, क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड प्वाइंट्स, एलपीजी गैस की कीमतों में संशोधन और यूपीआई खातों से जुड़े महत्वपूर्ण बदलाव शामिल हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि ये बदलाव क्या हैं और ये आपको कैसे प्रभावित कर सकते हैं।
1. बैंक खातों के मिनिमम बैलेंस में बदलाव
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) सहित कई प्रमुख बैंकों ने न्यूनतम बैलेंस (Minimum Balance) नियमों में बदलाव करने का फैसला किया है। अब मिनिमम बैलेंस की नई सीमा सेक्टर के आधार पर तय की जाएगी और यदि खाताधारक इस नियम का पालन नहीं करता है तो उसे अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना होगा।
वर्तमान में, विभिन्न बैंकों में मिनिमम बैलेंस की सीमा अलग-अलग होती है। अगर कोई ग्राहक निर्धारित सीमा से कम बैलेंस रखता है तो बैंक द्वारा उस पर जुर्माना लगाया जाता है। 1 अप्रैल 2025 से यह नियम और अधिक सख्त किया जा सकता है, जिससे खाताधारकों की जिम्मेदारी बढ़ जाएगी कि वे अपने बैंक खातों में न्यूनतम आवश्यक बैलेंस बनाए रखें।

2. एटीएम ट्रांजैक्शन शुल्क में बढ़ोतरी
बैंकिंग ग्राहकों के लिए एक और बड़ा बदलाव एटीएम से जुड़ा हुआ है। फिलहाल, बैंक अपने ग्राहकों को प्रत्येक महीने पांच बार अपने ही बैंक के एटीएम से मुफ्त निकासी (Free ATM Transactions) करने की सुविधा देते हैं। वहीं, अन्य बैंकों के एटीएम से भी सीमित संख्या में मुफ्त ट्रांजैक्शन की सुविधा उपलब्ध है।
हालांकि, 1 अप्रैल 2025 से यदि ग्राहक निर्धारित सीमा से अधिक बार एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो उन्हें 2 रुपये से लेकर 23 रुपये तक का अतिरिक्त चार्ज देना पड़ सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों को इस बदलाव को लागू करने की अनुमति दे दी है। इससे उन लोगों को अधिक खर्च उठाना पड़ सकता है जो बार-बार एटीएम से पैसे निकालते हैं।
3. क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड प्वाइंट्स में कटौती
क्रेडिट कार्डधारकों के लिए भी नए वित्तीय वर्ष में कुछ बदलाव आने वाले हैं। कई बैंक और वित्तीय संस्थाएं अपने क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड सिस्टम में संशोधन कर रही हैं, जिससे ग्राहकों को मिलने वाले लाभ में कटौती हो सकती है। उदाहरण के लिए:
- SBI SimplyClick Credit Card के तहत स्विगी रिवॉर्ड प्वाइंट्स को पहले की तुलना में 10 गुणा से घटाकर 5 गुणा किया जा रहा है।
- Air India Signature Credit Card के अंतर्गत एयर इंडिया के लॉयल्टी प्वाइंट्स को 30 से कम करके 10 कर दिया जाएगा।
इस बदलाव का सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा जो अपने खर्च पर अधिक रिवॉर्ड प्वाइंट्स अर्जित करना चाहते थे। नए नियमों के तहत कार्ड उपयोगकर्ताओं को पहले की तुलना में कम लाभ मिलेगा।
4. एलपीजी और सीएनजी की कीमतों में संभावित बदलाव
तेल और गैस कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को रसोई गैस (LPG) और कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) की कीमतों की समीक्षा करती हैं। 1 अप्रैल 2025 को भी इनकी कीमतों में बदलाव होने की संभावना है। हालांकि, पिछले कुछ महीनों से एलपीजी की कीमतों में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन नए वित्त वर्ष में कुछ राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है।
वहीं, सीएनजी की कीमतों को लेकर भी संशोधन किया जा सकता है। वाहन चालकों के लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि वे इन संभावित बदलावों पर नजर बनाए रखें, क्योंकि इससे उनके मासिक खर्च पर सीधा असर पड़ेगा।
5. निष्क्रिय यूपीआई खातों को किया जाएगा बंद
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) आज के समय में सबसे लोकप्रिय डिजिटल भुगतान प्रणाली बन चुकी है। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अब उन मोबाइल नंबरों से जुड़े यूपीआई खातों को बंद करने का निर्णय लिया है जो लंबे समय से निष्क्रिय (Inactive) पड़े हैं।
अगर किसी व्यक्ति का मोबाइल नंबर यूपीआई से जुड़ा हुआ है, लेकिन वह उसका उपयोग नहीं कर रहा है, तो 1 अप्रैल 2025 से वह यूपीआई खाता बंद कर दिया जाएगा। इसके साथ ही, बैंक अपने रिकॉर्ड से ऐसे निष्क्रिय खातों को भी हटा देंगे।
इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा को बढ़ावा देना और फर्जी या निष्क्रिय खातों को हटाना है, जिससे डिजिटल पेमेंट्स अधिक सुरक्षित और प्रभावी हो सकें।
इन बदलावों का आम जनता पर असर
1 अप्रैल 2025 से लागू होने वाले ये बदलाव वित्तीय लेनदेन से जुड़े लोगों पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डाल सकते हैं।
- बैंकिंग ग्राहक: बैंक खातों में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना अब और अधिक अनिवार्य हो सकता है, जिससे ग्राहकों को अपनी फंड मैनेजमेंट रणनीति पर ध्यान देना होगा।
- एटीएम उपयोगकर्ता: बार-बार एटीएम से पैसे निकालने वाले लोगों को अधिक शुल्क देना पड़ सकता है।
- क्रेडिट कार्ड धारक: उन्हें अपने कार्ड से मिलने वाले रिवॉर्ड प्वाइंट्स में कटौती का सामना करना पड़ सकता है।
- एलपीजी उपभोक्ता: गैस सिलेंडर की कीमतों में संभावित राहत मिल सकती है, जिससे मासिक बजट में कुछ राहत मिल सकती है।
- यूपीआई उपयोगकर्ता: निष्क्रिय यूपीआई खातों को हटाए जाने से डिजिटल पेमेंट सिस्टम अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनेगा।
निष्कर्ष
1 अप्रैल 2025 से लागू होने वाले ये बदलाव बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, एटीएम ट्रांजैक्शन, गैस की कीमतों और यूपीआई खातों से जुड़े हैं। इनका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा, इसलिए समय रहते इन परिवर्तनों के लिए तैयार रहना जरूरी है। अगर आप बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करते हैं, क्रेडिट कार्ड रखते हैं, एटीएम से पैसे निकालते हैं, या यूपीआई के जरिए भुगतान करते हैं, तो आपको इन नए नियमों की जानकारी होनी चाहिए ताकि आप अतिरिक्त शुल्क से बच सकें और अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग को बेहतर बना सकें।
वित्तीय जागरूकता और समय पर सही निर्णय लेने से आप इन बदलावों का प्रभावी रूप से सामना कर सकते हैं और अपने खर्चों पर नियंत्रण रख सकते हैं।
अधिक जानकारी और ताज़ा ख़बरों के लिए जुड़े रहें hindustanuday.com के साथ।