CEO Sumant Kathpalia resigns : इंडसइंड बैंक के CEO सुमंत कठपालिया ने तत्काल प्रभाव से दिया इस्तीफा

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By Rita Sharma

🕒 Published 2 months ago (4:32 AM)

 

दिल्ली 30 अप्रैल 2025। इंडसइंड बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक सुमंत कथपालिया ने 29 अप्रैल को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बैंक की ओर से जारी बयान के अनुसार, उनका इस्तीफा कार्यदिवस की समाप्ति के साथ ही प्रभावी हो गया है।

बैंकिंग सेक्टर में हड़कंप, CEO के साथ डिप्टी CEO ने भी छोड़ा पद

कथपालिया ने अपने इस्तीफे में नैतिक जिम्मेदारी लेने की बात कही। उन्होंने कहा, “मुझे जिन विभिन्न चूकों और त्रुटियों के बारे में सूचित किया गया है, उनके मद्देनज़र मैं नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करता हूं।”

यह फैसला ऐसे समय में आया है जब भारतीय रिज़र्व बैंक ने उनके कार्यकाल को तीन साल के बजाय केवल एक वर्ष के लिए ही बढ़ाया था।

डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में गड़बड़ी बनी इस्तीफे की वजह

इस्तीफे के पीछे बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में पाई गई खामियां एक प्रमुख कारण मानी जा रही हैं। बैंक ने पहले ही यह स्वीकार किया था कि आंतरिक डेरिवेटिव ट्रेड्स की गलत अकाउंटिंग के चलते दिसंबर 2024 तक बैंक की नेट वर्थ पर 2.35 फीसदी का नकारात्मक असर पड़ सकता है।

बाद में स्वतंत्र ऑडिटर PwC की रिपोर्ट में यह प्रभाव 1,979 करोड़ रुपये का बताया गया, जो बैंक की नेट वर्थ का लगभग 2.27 प्रतिशत था। मुख्य रूप से डेरिवेटिव सौदों की समयपूर्व समाप्ति पर आंतरिक लाभ दिखाना इस अकाउंटिंग गड़बड़ी की जड़ मानी जा रही है।

बोर्ड ले रहा ज़िम्मेदारी तय करने के कदम

बैंक के बोर्ड ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ प्रबंधन की ज़िम्मेदारियों को पुनः परिभाषित करने और जवाबदेही तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही बैंक ने RBI से एक अंतरिम समिति बनाने की अनुमति मांगी है, जो स्थायी CEO की नियुक्ति तक CEO की जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सके।

डिप्टी CEO अरुण खुराना ने भी दिया इस्तीफा

कथपालिया के इस्तीफे के ठीक एक दिन पहले बैंक के डिप्टी CEO अरुण खुराना ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अपने त्यागपत्र में उन्होंने लिखा, “हाल की घटनाओं और डेरिवेटिव सौदों की गलत अकाउंटिंग से बैंक के मुनाफे और घाटे पर पड़े नकारात्मक प्रभाव को देखते हुए, मैं अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं।”

इस घटनाक्रम से बैंकिंग क्षेत्र में हलचल मच गई है और निवेशकों की चिंता भी बढ़ गई है, क्योंकि इस पूरे प्रकरण के चलते बैंक के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई और एक ही दिन में 26 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई।

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