🕒 Published 2 weeks ago (4:09 PM)
नई दिल्ली। वरिष्ठ भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी अमित कुमार सिंघल एक बड़े भ्रष्टाचार मामले में फंस गए हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने उन्हें 25 लाख रुपये की रिश्वत के मामले में उनके एक सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद उनके दिल्ली, मुंबई और पंजाब स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी की गई, जहां से जांच एजेंसी को करीब 1 करोड़ रुपये नकद, 3.5 किलोग्राम सोना और दो किलो चांदी समेत कई अहम दस्तावेज मिले हैं।
CBI ने 31 मई 2025 को केस दर्ज किया था, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई। सिंघल 2007 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं और वर्तमान में नई दिल्ली के ITO स्थित सीआर बिल्डिंग में करदाता सेवा निदेशालय में अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर तैनात थे।
क्या हैं आरोप?
CBI के अनुसार, सिंघल ने एक शिकायतकर्ता से 45 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। बदले में यह वादा किया गया था कि आयकर विभाग की ओर से उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी और उसे राहत मिलेगी। जांच एजेंसी को मिली शिकायत के बाद जाल बिछाया गया और आरोपी व्यक्ति को 25 लाख रुपये की पहली किस्त लेते हुए रंगे हाथों मोहाली में गिरफ्तार किया गया। इसके बाद सिंघल को भी वसंत कुंज, नई दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया।
छापेमारी में क्या मिला?
CBI ने छापों के दौरान:
3.5 किलो सोना (अनुमानित कीमत: ₹2.3 करोड़),
2 किलो चांदी,
करीब ₹1 करोड़ नकद,
25 बैंक खातों और एक लॉकर के दस्तावेज,
और कई डिजिटल सबूत और महत्वपूर्ण कागजात जब्त किए हैं।
जांच एजेंसी ने बताया कि सभी जब्त संपत्तियों का आकलन जारी है और अभी और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
न्यायिक हिरासत में भेजा गया
1 जून 2025 को दोनों आरोपियों को विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। CBI की इस जांच को एक महत्वपूर्ण कार्रवाई माना जा रहा है, जो आयकर विभाग के भीतर चल रहे भ्रष्टाचार पर बड़ी चोट मानी जा रही है।
इस पूरे मामले में अभी भी CBI की जांच जारी है और संभावना है कि आने वाले दिनों में और नाम सामने आ सकते हैं।