Boeing Dreamliner Crash : बैट्री से बनावट तक विवादों से गहरा नाता रहा है बोइंग 787-8 का

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By Sunita Singh

🕒 Published 3 days ago (5:48 PM)

एयर इंडिया की फ्लाइट नंबर AI-171 ने गुरुवार दोपहर 1.38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी। टेकऑफ के महज दो मिनट बाद विमान आग का गोला बन गया।  इसमें 242 पैसेंजर सवार थे। क्रैश हुआ विमान बोइंग का 787-8 ड्रीमलाइनर विमान बताया जा रहा है, जो अपनी ईंधन दक्षता और आरामदायक यात्रा के लिए जाना जाता है। लेकिन विमान सुरक्षा को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई। इस ड्रीम लाइनर की सुरक्षा में खामियों के चलते पूरी दुनिया इसमें खामियां सामने आने के बाद दुनियाभर में इस समूह की उड़ान भरने पर 3 महीने के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया था। इस प्रतिबंध के बावजूद आखिर क्यों इसकी उड़ानों को मंजूरी दी गई। ड्रीमलाइनर विमानों को लेकर कई विवाद जुड़े हुए है जो इस प्रकार हैं।

आपातकालीन लैंडिंग करवानी पड़ी

बात जनवरी 2013 की है जापान की दो एयरलाइन कंपनियों ने अपने बेड़े में दो नए ड्रीमलाइनर 787-8 विमान शामिल किए । इन विमानों में जो आयन (Li-Ion) बैटरी थी उसमें आग लग गई। इस बैटरी के कारण जब आग लगी तब विमान बोस्टन एयरपोर्ट पार्किंग में खड़ा था, दूसरा ड्रीमलाइनर जो उड़ान भर चुका था पहले विमान की बैटरी में लगी आग के चलते उसकी आपातकालीन लैंडिंग करवानी पड़ी थी। इस घटना के बाद दुनिया भर में सभी ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ानों पर अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने 3 महीने के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। बोइंग ने अपने बैटरी सिस्टम और उसके इंसुलेशन यानी बैटरी को इंजन की गर्मी से बचाने के तरीके में सुधार किए।

मैन्युफैक्चरिंग में खामियां

दूसरा विवाद मैन्युफैक्चरिंग खामियों का सामने आया। ड्रीमलाइनर एक वाइड-बॉडी यात्री हवाई जहाज है। इसके पार्टस का निर्माण अलग-अलग होता जिसे बाद में जोड़कर बनाया जाता है। यह 2020 से 2022 के दौरान कई विमान के कई भागों में गैप की शिकायत आई। इस शिकायतों के बाद बोइंग ने एयरलाइंस को ड्रीमलाइनर की डिलीवरी पर रोक लगा दी। बोइंग ने भी गड़बड़ियों को स्वीकार किया था।

बोइंग इंजीनियर सैम सालेहपुर आरोप

अप्रैल 2024 में बोइंग इंजीनियर सैम सालेहपुर ने सार्वजनिक रूप से यह आरोप लगाया था कि जेट निर्माता कंपनी ने उत्पादन दर बढ़ाने के लिए विनिर्माण में शॉर्टकट अपनाए, जिससे वाइडबॉडी विमानों में गंभीर संरचनात्मक खामियां उत्पन्न हो गईं।

जॉन बार्नेट की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत

बोइंग में लंबे समय तक काम कर चुके जॉन बार्नेट ने ड्रीमलाइनर-787 की सेफ्टी को लेकर सवाल उठाए थे। 9 मार्च 2024 को 62 वर्षीय जॉन बार्नेट की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई। घर के पास पार्किंग एरिया में उनकी लाश मिली। जॉन बार्नेट ने 2017 में सेवानिवृत्त होने से पहले 30 से अधिक वर्षों तक बोइंग के लिए काम किया। अपनी मृत्यु से पहले के दिनों में वह कंपनी के खिलाफ एक मुखबिर मुकदमे में गवाही दे रहे थे।

टेक्निकल खामियां भी सामने आईं

बोइंग 787-8 में पारंपरिक विमानों की तुलना में ज्यादा इलेक्ट्रिकल सिस्टम का इस्तेमाल किया गया। जैसे- हाइड्रोलिक सिस्टम के बजाय इलेक्ट्रिक मोटर्स। इस कारण इसमें टेक्निकल खामियां भी सामने आईं। 2024 में जापान में 787-8 की टेक्निकल कमियों की वजह से हादसा हुआ। जब ANA एयरलाइंस के 787-8 में हाइड्रोलिक ऑयल लीक हुआ, जिसके बाद विमान को रनवे पर ही रोकना पड़ा।

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