🕒 Published 2 weeks ago (10:27 AM)
Rahul Gandhi Controversy: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के इरादे से मंगलवार को भोपाल पहुंचे, लेकिन एक नए विवाद में घिर गए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राहुल गांधी पर अपनी दादी, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देते समय जूते न उतारने का आरोप लगाते हुए एक वीडियो साझा किया है।
यह विवाद तब खड़ा हुआ जब भाजपा ने राहुल गांधी के इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए एक वीडियो जारी किया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा तक, कई प्रमुख भाजपा नेताओं ने गांधी की आलोचना की कि उन्होंने श्रद्धांजलि देते समय कथित तौर पर अपने जूते नहीं उतारे।
गांधी के भोपाल दौरे की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने से हुई। हवाई अड्डे से सीधे कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पहुंचने के बाद, वह अपने वाहन से उतरे और अपनी दादी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए, जिसके बाद वह कार्यालय के अंदर चले गए।
वायरल वीडियो में राहुल गांधी को अपनी कार से उतरकर इंदिरा गांधी की मूर्ति और उनकी तस्वीर वाली मेज की ओर बढ़ते हुए और फूल चढ़ाते हुए दिखाया गया है। भाजपा का मुख्य आरोप इस दौरान जूते न उतारने पर केंद्रित है। पुष्पांजलि अर्पित करने के तरीके पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने एक्स (पहले ट्विटर) पर वीडियो के साथ लिखा, “राहुल गांधी ने जूते पहनकर और फूल फेंककर जिस तरह अपनी दादी इंदिरा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की, उससे उनकी सोच और संस्कार साफ नजर आ रहे हैं। जिसे अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा नहीं है, भारत की संस्कृति की जानकारी नहीं है; ऐसे व्यक्ति को कांग्रेस प्रधानमंत्री बनाने के सपने देख रही है।”
मध्य प्रदेश भाजपा के आधिकारिक एक्स हैंडल से भी पोस्ट किया गया, “राहुल गांधी का घमंड तो देखो, खुद अपने पूर्वज को जूते पहनकर और फूल फेंककर पुष्पांजलि अर्पित कर रहे।”
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी इस मामले पर टिप्पणी करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा, “आज मुझे जानकारी मिली कि हमारे राज्य में नेता प्रतिपक्ष आए हैं। आना चाहिए, लोकतंत्र में सबको आने का अधिकार है, लेकिन दादी जी के लिए उन्होंने पुष्पांजलि करी और जूते नहीं खोले, ये थोड़ा जंचा नहीं, ये हमारे संस्कार के विरुद्ध है। उनको इन सब चीजों से ध्यान रखना चाहिए।”