Patna में BJP नेता Gopal Khemka की हत्या,Nitish सरकार सवालों के घेरे में , क्या जंगलराज लौट आया?

By Sunita Singh

🕒 Published 1 month ago (10:43 AM)

पटना  : Khemka Shot Dead, बिहार की राजधानी में शुक्रवार रात एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। गांधी मैदान थाना क्षेत्र में पटना के जाने-माने उद्योगपति और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई (Gopal Khemka Shot Dead)। वारदात ठीक उसी अंदाज में  अंजाम दिया गया , जैसा छह साल पहले उनके बेटे गुंजन खेमका के साथ हुआ था। पुलिस के अनुसार, घटना रात लगभग 11 बजे होटल पनाश के पास हुई, जब खेमका अपने घर लौट रहे थे। बाइक सवार हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं।खेमका की  मौके पर ही मौत हो गई। पटना पुलिस ने केस की गंभीरता को देखते हुए SIT का गठन कर दिया है, जिसकी अगुवाई एसपी सिटी सेंट्रल कर रहे हैं।

Gopal Khemka Shot Dead

पटना की एसपी सिटी दीक्षा ने बताया कि रात को 11 बजे सूचना मिली कि गांधी मैदान के पास एक शख्स को गोली मारी गई है। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची।  शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आसपास के CCTV फुटेज की जांच की जा रही है।

2018 में बेटे गुंजन खेमका की भी इसी तरह हुई थी हत्या

गौरतलब है कि वर्ष 2018 में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी इसी तरह गोली मारकर हत्या की गई थी। गुंजन एक फैक्ट्री के बाहर खड़े थे, जब उन्हें हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र में निशाना बनाया गया था। आज छह साल बाद पिता को भी वैसी ही दर्दनाक मौत दी गई है।

पप्पू यादव का नीतीश सरकार पर तीखा हमला

इस हत्याकांड ने बिहार की राजनीति को हिला कर रख दिया है। पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव मौके पर पहुंचे और नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:

“अगर गुंजन की हत्या के बाद सख्त कार्रवाई होती, तो आज गोपाल खेमका हमारे बीच होते। नीतीश कुमार जी, बिहार को अपराधियों के हवाले मत करिए। यह सरकार अपराधियों की संरक्षक बन चुकी है।”

उन्होंने इसे “क्रूर मेगा-ठग शासन” करार दिया और कहा कि “बिहार अब अपराधियों का अड्डा बन चुका है।

RJD का भी बड़ा हमला – नीतीश सरकार अब असहाय

राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भी इस हत्या पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि “पटना जैसे शहर के केंद्र में, गांधी मैदान जैसे सुरक्षा घेरे में जब एक व्यवसायी को गोली मार दी जाती है, तो सोचिए आम जनता कितनी सुरक्षित होगी? नीतीश कुमार अब एक पल भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर रहने लायक नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि राज्य में अब “महाजंगलराज” लौट आया है और सरकार अपराधियों के सामने बेबस है।

राज्य की कानून व्यवस्था पर उठे बड़े सवाल

गोपाल खेमका की हत्या ने एक बार फिर बिहार की कानून व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। चुनावी मौसम में हुई यह घटना ना सिर्फ सरकार की छवि को झटका देने वाली है, बल्कि आम जनता में भी भय का माहौल बना रही है। लोग अब अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। राज्य सरकार ने इस हत्याकांड पर त्वरित प्रतिक्रिया दी है। DGP विनय कुमार ने बताया कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और कड़ी कार्रवाई होगी। इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और शांति बनाए रखने की अपील की गई है।

जनता में आक्रोश, न्याय की मांग तेज

घटना के बाद पटना और आस-पास के इलाकों में तनाव है। खेमका परिवार सदमे में है और समर्थकों की भारी भीड़ उनके आवास पर जुट गई है। लोग दोषियों की त्वरित गिरफ्तारी और फांसी जैसी सजा की मांग कर रहे हैं। यह हत्याकांड ऐसे वक्त में हुआ है जब बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो चुकी है। विपक्ष इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगा और नीतीश सरकार के लिए यह बड़ी राजनीतिक चुनौती बन सकता है।

कौन थे गोपाल खेमका?

गोपाल खेमका एक सफल उद्यमी और बीजेपी के प्रमुख नेताओं में से एक थे। वे मगध अस्पताल के मालिक भी थे और सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहते थे। बेटे की हत्या के बाद वे न्याय की लड़ाई लड़ रहे थे, लेकिन आज वे खुद अपराध का शिकार बन गए। गोपाल खेमका की हत्या सिर्फ एक व्यवसायी की हत्या नहीं है, यह बिहार की प्रशासनिक व्यवस्था पर करारा तमाचा है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले को कितनी गंभीरता से लेती है और क्या वास्तव में अपराधियों को सजा दिलवा पाती है, या एक और केस ‘अनसुलझी फाइल’ में बदल जाएगा।

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