🕒 Published 6 months ago (6:28 AM)
भा.ज.पा. आज अपने नए मुख्यमंत्री का ऐलान कर सकती है: दिल्ली में राजनीति का नया मोड़
दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) आज अपने नए मुख्यमंत्री का ऐलान कर सकती है। 8 फरवरी को हुए चुनावों में भाजपा ने 70 में से 48 सीटों पर विजय प्राप्त की थी, लेकिन मुख्यमंत्री के चयन को लेकर पार्टी में कुछ दिन का इंतजार किया गया। अब भाजपा के सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि पार्टी कार्यालय में आज शाम 3 बजे नवनिर्वाचित 48 विधायकों की बैठक होगी, जहां मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जा सकती है।
मुख्यमंत्री के चयन में देरी: विपक्ष ने उठाए सवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद, भाजपा ने मुख्यमंत्री के नाम को लेकर अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं की थी, जिससे विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाए हैं कि पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर अंदरूनी विवाद और गहमागहमी है। विपक्षी दलों का कहना है कि भाजपा के अंदर “इंफाइटिंग” है और मुख्यमंत्री के चयन में देरी हो रही है।

भा.ज.पा. में मुख्यमंत्री के चयन को लेकर कौन होंगे प्रमुख चेहरे?
भा.ज.पा. के नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश यात्रा से लौटने के बाद, अब मुख्यमंत्री के चयन को लेकर निर्णय लिया जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि आज की बैठक के बाद मुख्यमंत्री का नाम घोषित कर दिया जाएगा और फिर सप्ताह के अंत तक शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। भाजपा के अंदर मुख्यमंत्री के संभावित उम्मीदवारों के रूप में कुछ नए और युवा चेहरे सामने आ रहे हैं, जिनमें दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले कई नवनिर्वाचित विधायक शामिल हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार से जुड़े उम्मीदवार भी चर्चा में
दिल्ली विधानसभा में इस बार भाजपा ने कई नए चेहरों को मैदान में उतारा है, जिनमें से कुछ चेहरे पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार से जुड़े हुए हैं। पार्वेश साहिब सिंह वर्मा, जो पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं, और हरीश खुराना, जो पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना के बेटे हैं, दोनों नवनिर्वाचित विधायक हैं। इन नामों को लेकर भी चर्चाएं चल रही हैं कि क्या भाजपा इन नेताओं को मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त कर सकती है।
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद क्या हो सकता है अगला कदम?
मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा के बाद, पार्टी द्वारा शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें दिल्ली के नए मुख्यमंत्री को पद की शपथ दिलाई जाएगी। भाजपा ने अपने किसी विधायक को मुख्यमंत्री के रूप में चुनने का फैसला किया है और इस बार कोई उपमुख्यमंत्री की नियुक्ति नहीं की जाएगी, जैसा कि कुछ अन्य राज्यों में देखा गया है। पार्टी के सूत्रों से यह जानकारी मिल रही है कि भाजपा एक ऐसा नेतृत्व चाहती है जो दिल्ली में पार्टी की स्थिति को और मजबूत कर सके।
भा.ज.पा. आज अपने नए मुख्यमंत्री का ऐलान कर सकती है, और यह दिल्ली की राजनीति में एक नया बदलाव ला सकता है। पार्टी का यह कदम दिल्ली के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि भाजपा के नेतृत्व में दिल्ली में आगामी चुनावों में और भी जीत हासिल करने की उम्मीद जताई जा रही है।
भा.ज.पा. के अंदर की राजनीति पर भी निगाहें
भा.ज.पा. के अंदर मुख्यमंत्री के चयन को लेकर काफी चर्चा हो रही है, और पार्टी के नेता यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि दिल्ली में भाजपा की स्थिति मजबूत रहे। पार्टी के अंदर कई वरिष्ठ नेता और युवा चेहरे संभावित उम्मीदवारों के रूप में सामने आ रहे हैं। भाजपा की रणनीति और मुख्यमंत्री के चयन का असर आगामी विधानसभा चुनावों पर भी पड़ेगा, और यह पार्टी के भविष्य के लिए एक अहम मोड़ साबित हो सकता है।
दिल्ली की राजनीति में बड़ा कदम
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आज की बैठक के बाद भाजपा किसे दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बनाती है। भा.ज.पा. आज अपने नए मुख्यमंत्री का ऐलान कर सकती है, और इससे दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो सकता है। भाजपा का यह कदम आने वाले समय में पार्टी की दिशा तय करने में मददगार साबित हो सकता है।
भा.ज.पा. की रणनीति और मुख्यमंत्री का चयन
भा.ज.पा. की रणनीति पर नजरें टिकी हैं, और मुख्यमंत्री के चयन के बाद यह साफ हो जाएगा कि पार्टी किस दिशा में आगे बढ़ेगी। अगर पार्टी अपने नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करती है, तो यह दिल्ली में भाजपा के भविष्य को लेकर नई उम्मीदों का संचार कर सकता है।
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