🕒 Published 2 months ago (10:02 PM)
Indigo Emergency Landing: झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर इंडिगो की एक फ्लाइट से एक पक्षी टकरा गया। इस ‘बर्ड स्ट्राइक’ के बाद पायलट को विमान की तत्काल आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। राहत की बात यह है कि विमान में सवार सभी 175 यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
लैंडिंग के दौरान हुआ हादसा, विमान के नोज सेक्शन से टकराया पक्षी
यह घटना उस समय हुई जब फ्लाइट नंबर 6E 6152 रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर लैंड कर रही थी। एक पक्षी अचानक विमान के अगले हिस्से (नोज सेक्शन) से टकरा गया। हालांकि, पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए विमान को सुरक्षित तरीके से रनवे पर उतार लिया।
बर्ड हिट की जानकारी मिलते ही एयरपोर्ट अथॉरिटी की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और तकनीकी टीम ने विमान की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि विमान को कोई बड़ा नुकसान तो नहीं हुआ है। जब तक पूरी जांच नहीं हो जाती और विमान को सुरक्षित घोषित नहीं कर दिया जाता, तब तक उसे दोबारा उड़ान की अनुमति नहीं दी जाएगी।
क्यों होती हैं ‘बर्ड स्ट्राइक’ की घटनाएं?
जब कोई पक्षी उड़ते हुए विमान से टकराता है, तो उसे ‘बर्ड स्ट्राइक’ कहा जाता है। यह हवाई सुरक्षा के लिए एक सामान्य, लेकिन गंभीर खतरा है। ज्यादातर बर्ड स्ट्राइक की घटनाएं हवाई अड्डे के आस-पास होती हैं, खासकर विमान के टेकऑफ या लैंडिंग के दौरान। इन चरणों में विमान कम ऊंचाई पर होता है, जहां पक्षियों की गतिविधि ज्यादा होती है।
बर्ड स्ट्राइक के कई कारण हो सकते हैं:
- भोजन और घोंसले की तलाश: पक्षी अक्सर भोजन, पानी या घोंसले बनाने की तलाश में हवाई अड्डों के पास मंडराते हैं।
- अपशिष्ट आकर्षित करते हैं: आस-पास के लैंडफिल या अपशिष्ट उपचार संयंत्र भी पक्षियों को बड़ी संख्या में आकर्षित करते हैं।
- प्रवासी मौसम: कुछ मौसमों में जब पक्षी एक स्थान से दूसरे स्थान पर प्रवास करते हैं, तो उनकी संख्या आसमान में बढ़ जाती है, जिससे टकराव का खतरा बढ़ जाता है।
- तेज गति: चूंकि विमान बहुत तेज गति से उड़ते हैं, पक्षियों के लिए इतनी तेजी से आ रहे विमान को देखना और उससे बचना मुश्किल हो जाता है।
टकराव से खतरा: इंजन फेलियर से लेकर ढांचे में नुकसान तक
बर्ड स्ट्राइक से विमान को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं, जिनकी गंभीरता पक्षी के आकार और टकराव की जगह पर निर्भर करती है:
- इंजन फेलियर: सबसे गंभीर स्थिति तब होती है जब पक्षी विमान के इंजन में घुस जाता है। इससे इंजन के ब्लेड क्षतिग्रस्त हो सकते हैं, जिससे इंजन फेल हो सकता है या उसमें आग भी लग सकती है।
- विंडस्क्रीन को नुकसान: पक्षी विमान की विंडस्क्रीन से भी टकरा सकते हैं, जिससे विंडस्क्रीन टूट जाती है और पायलट केबिन का एयर प्रेशर कम हो सकता है।
- ढांचे में नुकसान: बड़े पक्षियों के टकराने से विमान के बाहरी ढांचे (जैसे फ्यूजलेज या पंखों) में डेंट पड़ सकता है, क्रैक आ सकता है या छेद भी हो सकता है।
फिलहाल, रांची एयरपोर्ट पर इंडिगो के विमान की जांच जारी है, और सभी यात्री सुरक्षित हैं।