🕒 Published 2 weeks ago (12:23 PM)
डेस्क। पटना से सामने आई एक बड़ी खबर ने बिहार की सियासत को फिर गर्मा दिया है। आरजेडी से बाहर निकाले जाने के बाद लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अब अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि तेज प्रताप जल्द ही अपनी नई पार्टी का औपचारिक ऐलान कर सकते हैं। लेकिन इस राजनीतिक बदलाव के साथ ही निजी जिंदगी से जुड़ा एक नाम भी चर्चाओं में है—अनुष्का यादव।
तेज प्रताप और अनुष्का का नाम पहले भी साथ में सामने आ चुका है। सोशल मीडिया पर दोनों की तस्वीरें वायरल हो चुकी हैं, और अब यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या अनुष्का यादव तेज प्रताप की नई पार्टी में सक्रिय भूमिका निभाएंगी?
नई पार्टी और अनुष्का की संभावित भूमिका
तेज प्रताप यादव की प्रस्तावित पार्टी ‘टीम तेज प्रताप यादव’ के नाम से सामने आ सकती है, जिसका मकसद युवाओं, छात्रों और ग्रामीण समुदाय को साथ जोड़ना है। सूत्रों के अनुसार, अनुष्का यादव इस नई राजनीतिक मंच पर एक अहम भूमिका निभा सकती हैं। कुछ रिपोर्टों के मुताबिक, वह न केवल प्रचार में नजर आ सकती हैं, बल्कि संगठनात्मक जिम्मेदारियां भी संभाल सकती हैं। हालांकि इस पर अभी अनुष्का के परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
अनुष्का के घर तेज प्रताप की मौजूदगी
पिछले महीने तेज प्रताप ने अनुष्का के घर कुछ घंटे बिताए थे, जिससे इन अटकलों को और बल मिला। बताया गया कि दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई और परिवार के सदस्य भी उस दौरान मौजूद थे। इससे यह संकेत मिलने लगे हैं कि यह रिश्ता अब निजी दायरे से निकलकर राजनीतिक मंच तक पहुंच सकता है।
वायरल तस्वीर और पुराना विवाद
26 मई को सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुई थी जिसमें तेज प्रताप और अनुष्का साथ नजर आ रहे थे। यह कहा गया कि दोनों का 12 साल पुराना रिश्ता है। तेज प्रताप ने शुरुआत में इसे फेसबुक अकाउंट हैक होने का मामला बताया, लेकिन बाद में खुद स्वीकार किया कि वह पोस्ट उन्होंने ही की थी।
तेज प्रताप का चुनावी प्लान
राजद से बाहर होने के बाद तेज प्रताप अब अपने बलबूते पर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। सावन की पहली सोमवारी को वे हसनपुर पहुंचे थे और लोगों से मुलाकात की। जब उनसे पूछा गया कि अगला चुनाव हसनपुर से लड़ेंगे या महुआ से, तो उन्होंने कहा कि अभी कुछ तय नहीं है।
आरजेडी को झटका, NDA को फायदा?
तेज प्रताप यादव की यह नई राजनीतिक पहल आरजेडी के लिए चुनौती बन सकती है। खासकर उन क्षेत्रों में जहां तेज प्रताप की मजबूत पकड़ रही है, वहां पार्टी को वोटों के नुकसान की आशंका है। इसका सीधा लाभ एनडीए को मिल सकता है, जो पहले से ही ग्रामीण इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में है।