पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। दशहरा के बाद अब पार्टी अपने सहयोगी दलों के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर औपचारिक बातचीत की शुरुआत करने जा रही है।
विषयसूची
पटना में दो दिवसीय बैठक
बीजेपी प्रदेश चुनाव समिति की अहम बैठक 4 और 5 अक्टूबर को पटना में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे जिनमें चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य और सीआर पाटिल शामिल हैं। इनके अलावा बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी बैठक में हिस्सा लेंगे। बैठक में पार्टी अपनी सीटों और संभावित उम्मीदवारों को लेकर रणनीति तय करेगी।
दिल्ली में कोर ग्रुप की बैठक
पटना में बैठक के बाद बीजेपी का कोर ग्रुप दिल्ली में बैठक करेगा, जिसमें बिहार से जुड़ी अंतिम रणनीति पर विचार किया जाएगा। इसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों के नामों को अंतिम मंजूरी दी जाएगी।
सहयोगी दलों से बातचीत
बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत दिल्ली में करेगी। सहयोगी दलों में चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी, जीतन राम मांझी की हम पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा शामिल हैं। इन बैठकों के बाद ही तय होगा कि किस दल को कौन सी सीट पर चुनाव लड़ना है।
चुनाव की तारीखों का जल्द हो सकता है ऐलान
सूत्रों के अनुसार, चुनाव आयोग की टीम जल्द ही बिहार दौरे पर जाएगी। इसके बाद चुनाव की तारीखों की घोषणा की जा सकती है। ऐसे में सियासी हलचल और तेज हो गई है। दूसरी ओर, महागठबंधन की ओर से भी सीटों का बंटवारा अभी तक स्पष्ट नहीं है।
जन सुराज दल भी मैदान में
इस बार का चुनावी मुकाबला मुख्य रूप से एनडीए और महागठबंधन के बीच रहने वाला है, लेकिन प्रशांत किशोर के जन सुराज दल की एंट्री ने मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है। वे भी चुनावी मैदान में पूरी ताकत से उतरने की तैयारी में हैं।
अगर खबर पसंद आई हो तो इसे शेयर ज़रूर करें!

