🕒 Published 5 months ago (6:16 AM)
दिल्ली में AAP को बड़ा झटका: बीजेपी की नजर अब इस अहम पद पर!
दिल्ली में सियासत का माहौल एक बार फिर गरमा गया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नजर अब दिल्ली नगर निगम (MCD) के मेयर पद पर है, जो कि आम आदमी पार्टी (AAP) के कब्जे में है। दिल्ली में AAP को बड़ा झटका देने के लिए बीजेपी पूरी तरह से तैयार है, और इस बार मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है। अप्रैल में होने वाले मेयर चुनाव में कौन जीतेगा, यह सवाल दिल्ली की राजनीति में सबसे बड़ा बन गया है।
दिल्ली में AAP को बड़ा झटका: क्या मेयर पद जाएगा हाथ से?
दिल्ली में AAP को बड़ा झटका तब लगा जब विधानसभा चुनावों में पार्टी की पकड़ कमजोर हो गई। हालांकि MCD के मेयर पद पर AAP का कब्जा 2022 से है, पर अब बीजेपी अपनी ताकत दिखाने के लिए पूरी तरह से कमर कस चुकी है। AAP ने 2022 में 15 साल से बीजेपी के नियंत्रण वाले MCD को अपने हाथों में लिया था और तब से लगातार इस पद पर अपनी पकड़ बनाए रखी है। अब सवाल उठता है कि क्या इस बार दिल्ली में AAP को बड़ा झटका लगेगा और मेयर की कुर्सी हाथ से निकल जाएगी?
बीजेपी की सियासी चाल: कैसे बना रही है योजना?
बीजेपी ने दिल्ली में AAP को बड़ा झटका देने के लिए अपनी पूरी सियासी ताकत झोंक दी है। दिल्ली नगर निगम के वर्तमान स्थिति पर नजर डालें तो बीजेपी के पास 131 वोट हैं, और बहुमत के लिए 132-133 वोटों की आवश्यकता है। वहीं, AAP के पास 122 वोट हैं, और अगर AAP को अपनी कुर्सी बचानी है तो उसे कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों का समर्थन चाहिए।
यहां दिल्ली में AAP को बड़ा झटका लग सकता है अगर निर्दलीय और कांग्रेस पार्षद बीजेपी का समर्थन करते हैं। ऐसे में बीजेपी के पास मेयर पद पर वापसी का मौका और भी प्रबल हो जाएगा।
दिल्ली में AAP को बड़ा झटका: क्या कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद होंगे किंगमेकर?
दिल्ली में AAP को बड़ा झटका देने की कोशिश में बीजेपी की रणनीति सिर्फ अपने वोटों पर ही आधारित नहीं है, बल्कि निर्दलीय और कांग्रेस के पार्षद इस पूरे समीकरण में किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं। कांग्रेस के पास फिलहाल 9 पार्षद हैं और बीजेपी की नजर इन पार्षदों के समर्थन पर है। अगर कांग्रेस का समर्थन बीजेपी को मिलता है, तो मेयर चुनाव में बीजेपी की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
2022 से AAP का मेयर पद पर कब्जा: अब क्या बदल सकता है?
2022 में हुए MCD चुनावों के बाद आम आदमी पार्टी ने 134 पार्षदों के साथ MCD में सत्ता संभाली थी, और तब से लेकर अब तक बीजेपी को इस मोर्चे पर पीछे रखा। AAP की शैली ओबरॉय ने फरवरी 2023 में पहली महिला मेयर के रूप में पदभार संभाला था और नवंबर 2024 में महेश खींची AAP के दूसरे मेयर बने थे। हालांकि, अब बीजेपी की निगाहें इस पद पर हैं और दिल्ली में AAP को बड़ा झटका देकर उसे मेयर की कुर्सी से हटाने का पूरा प्लान तैयार किया जा रहा है।
दिल्ली में AAP को बड़ा झटका: ट्रिपल इंजन सरकार का क्या मतलब?
बीजेपी के लिए यह सिर्फ MCD की जीत नहीं है, बल्कि दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा बदलाव है। अगर बीजेपी मेयर का चुनाव जीत जाती है, तो दिल्ली में AAP को बड़ा झटका लग सकता है। बीजेपी इसके जरिए अपनी “ट्रिपल इंजन सरकार” का दावा भी मजबूत करना चाहती है, जिसमें केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों में बीजेपी का कब्जा हो। दिल्ली में अगर बीजेपी MCD की सत्ता फिर से अपने हाथ में लेती है, तो यह पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण सियासी जीत होगी।
MCD चुनाव की पेचीदा गणना: क्या कहती है संख्या?
MCD में कुल 250 वार्ड हैं, जिनमें से इस समय 12 खाली हैं। यह खाली सीटें मेयर चुनाव के बाद भरी जाएंगी। बीजेपी के 7 पार्षद विधायक बने हैं और AAP के 4 पार्षद भी विधायक चुने गए हैं। इसके अलावा कमलजीत सहरावत ने लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गईं। इस स्थिति में अभी 238 पार्षदों के बीच यह चुनाव होगा।
14 मनोनीत पार्षदों के साथ-साथ 10 सांसद (लोकसभा और राज्यसभा के) भी वोट डालेंगे, जिससे कुल वोटरों की संख्या बढ़ जाती है। इस गणना के मुताबिक, बीजेपी के पास जीतने की संभावनाएं बढ़ती जा रही हैं। अगर कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद बीजेपी का समर्थन करते हैं तो यह दिल्ली में AAP को बड़ा झटका साबित हो सकता है।
दिल्ली में AAP को बड़ा झटका: क्या होगी अगली रणनीति?
दिल्ली में AAP को बड़ा झटका देने की तैयारी में जुटी बीजेपी अपनी सियासी चालों के जरिए MCD के मेयर पद पर कब्जा करने की पूरी कोशिश में है। लेकिन AAP भी अपनी कुर्सी बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस सियासी मुकाबले में कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों की भूमिका अहम है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिरकार दिल्ली की मेयर की कुर्सी किसके हाथ लगती है।
दिल्ली की जनता की निगाहें टिकी हैं इस चुनाव पर
दिल्ली में AAP को बड़ा झटका देने की कोशिश में जुटी बीजेपी और AAP के बीच की यह टक्कर न सिर्फ सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है, बल्कि दिल्ली की जनता की निगाहें भी इस चुनाव पर टिकी हैं। अगर बीजेपी मेयर पद पर कब्जा कर लेती है, तो यह दिल्ली की सियासत में बड़ा बदलाव होगा और आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
दिल्ली में AAP को बड़ा झटका देने की तैयारी बीजेपी पूरी ताकत से कर रही है। हालांकि AAP के पास मेयर पद पर अपनी पकड़ बनाए रखने का मौका है, लेकिन कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों के फैसले इस चुनाव के परिणाम को निर्णायक बना सकते हैं। इस चुनाव से न केवल दिल्ली की सियासत बल्कि भविष्य की राजनीति का भी एक नया अध्याय लिखा जाएगा।
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