🕒 Published 2 weeks ago (1:43 PM)
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। शुक्रवार सुबह ईडी की टीम ने भिलाई में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर छापा मारा और उनके बेटे चैतन्य बघेल को हिरासत में ले लिया। कार्रवाई के बाद से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है, और बघेल निवास के बाहर विरोध-प्रदर्शन तेज हो गया है।
भूपेश बघेल का हमला – बताया राजनीतिक बदला
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस कार्रवाई को सीधे-सीधे राजनीतिक प्रतिशोध बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कई पोस्ट कर भाजपा और केंद्र सरकार पर हमला बोला। उनका कहना है कि वह अडानी समूह के खिलाफ तमनार क्षेत्र में पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाने वाले थे, लेकिन उसी दिन ईडी की कार्रवाई कर उन्हें चुप कराने की कोशिश की गई।
चैतन्य बघेल को रायपुर लाया जा सकता है
सूत्रों के अनुसार, चैतन्य बघेल को पूछताछ के लिए रायपुर स्थित ईडी कार्यालय लाया जा सकता है। यह कार्रवाई ऐसे समय हुई है जब राज्य की राजनीति पहले से ही अस्थिर है। यह पहली बार नहीं है जब चैतन्य बघेल को ईडी ने नोटिस दिया है — इससे पहले भी वह ईडी की रडार पर आ चुके हैं।
शराब घोटाले में बड़ा खुलासा
ईडी की छापेमारी राज्य के चर्चित शराब घोटाले से जुड़ी है। जांच में यह सामने आया है कि 2019 से 2022 के बीच एक सुनियोजित शराब सिंडिकेट ने हजारों करोड़ रुपये की अवैध कमाई की। इस नेटवर्क में अनवर ढेबर, अनिल टुटेजा और कुछ प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल बताए जा रहे हैं।
कैसे चलता था घोटाला
जांच एजेंसी के अनुसार, राज्य में शराब की खरीद-फरोख्त में गड़बड़ी कर प्रतिमाह करोड़ों रुपये की रिश्वत दी जाती थी। आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा को भी नकद धनराशि दी जाती थी।
अवैध कमाई के मुख्य तरीके:
शराब निर्माताओं से हर केस पर कमीशन वसूलना
सरकारी दुकानों से बिना रजिस्ट्रेशन शराब बेचना
बाजार को कृत्रिम रूप से बांटना और कंपनियों से रिश्वत लेकर मार्केट शेयर देना
विदेशी शराब बेचने वालों से मोटी रकम लेकर लाइसेंस देना
करोड़ों की संपत्तियाँ जब्त
अब तक ईडी इस मामले में 205 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है। जांच जारी है और संभावना है कि आने वाले समय में और नाम सामने आ सकते हैं।
कांग्रेस में उबाल
ईडी की इस कार्रवाई से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जबरदस्त आक्रोश है। भिलाई में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, क्योंकि मौके पर कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। पार्टी इस मुद्दे को संसद से लेकर सड़क तक उठाने की तैयारी में है।