IND vs ENG 1st ODI: भारत ने नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे मैच में इंग्लैंड को चार विकेट हराया। इसके साथ ही भारत ने 3 मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। भारत के लिए सबसे ज्यादा रन शुभमन गिल ने बनाए। गिल ने 87 रनों की पारी खेली। अब वनडे सीरीज का दूसरा वनडे मैच कटक में 9 फरवरी को खेला जाएगा।
गेंदबाज़ों के सामूहिक प्रदर्शन की बदौलत भारत को 249 का लक्ष्य मिला था। चूंकि कोहली घुटने की चोट के चलते बाहर थे इसलिए यशस्वी जायसवाल को वनडे में डेब्यू और पारी की शुरुआत करने का मौक़ा मिला। हालांकि पारी की शुरुआत ना तो जायसवाल के लिए और ना ही रोहित शर्मा के लिए अच्छी रही और दोनों ही सस्ते में पवेलियन लौट गए। जायसवाल को लगातार जोफ़्रा आर्चर की गेंद बाहरी किनारे पर बीट कर रही थी और अंत में वह विकेटकीपर फ़िल सॉल्ट को कैच थमा बैठे। वहीं रोहित भी लेग साइड में बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में लीडिंग एज पर लपके गए। पिछले कुछ समय में रोहित इस अंदाज़ में काफ़ी बार आउट हुए हैं और रणजी ट्रॉफ़ी के दौरान पहली पारी में भी रोहित का विकेट कुछ इसी अंदाज़ में गिरा था।
हालांकि नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी के लिए आए श्रेयस अय्यर के इरादे एकदम स्पष्ट थे और उन्होंने शुरुआत से ही धावा बोल दिया। अय्यर को रोकने के लिए शॉर्ट गेंद पर उनकी परीक्षा लेने के इरादे से शॉर्ट लेग लगाया गया लेकिन अय्यर ने आर्चर की दो गेंदों पर लगातार दो छक्के जड़कर भारत पर बनने वाले दबाव का रुख़ वापस इंग्लैंड के खेमे में मोड़ दिया। अय्यर वनडे में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अपना पहला अर्धशतक लगाकर जेकेब बेथेल की फ़ुल गेंद पर स्वीप करने के प्रयास में लेग बिफ़ोर आउट क़रार दिए गए और रिव्यू भी उन्हें बचा नहीं पाया। भारत के तीन विकेट अब गिर चुके थे और भारत अभी भी जीत से 146 रन दूर था।
हालांकि अय्यर का विकेट इंग्लैंड की मैच में वापसी नहीं करा पाया क्योंकि अय्यर के जाने के बाद भारतीय पारी की गति को गिल ने थमने नहीं दिया और ऊपर प्रमोट किए गए अक्षर पटेल ने भी उनका भरपूर साथ दिया। मैदान में ओस थी और अब परिस्थिति बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल थी। अर्धशतक बनाने के बाद गिल भी लेग बिफ़ोर आउट क़रार दिए गए लेकिन इस बार रिव्यू ने गिल को बचा लिया। अब भारत काफ़ी मज़बूत स्थिति में पहुंच चुका था और अक्षर भी अर्धशतक की ओर बढ़ चले थे। अक्षर ने भी अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन जीत से भारत जब सिर्फ़ 28 रन दूर था तब वह आदिल राशिद की टर्न को भांपने में असफल रहे। भारत के लिए अब यहां से मैच में सिर्फ़ औपचारिकता ही शेष थी। गिल अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे लेकिन केएल राहुल रशीद को अपना कैच थमा बैठे।

भारत को जीत के लिए अब 18 रन चाहिए थे और गिल को शतक के लिए 17 रनों की दरकार थी। इसके बाद गिल ने साक़िब महमूद के ओवर में स्टेपआउट करते हुए चौका जड़ा लेकिन अगली ही गेंद पर मिडऑन के ऊपर से बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में वह आउट हो गए। गिल शतक से चूक गए लेकिन उन्होंने भारत को जीत की दहलीज़ पर पहुंचा दिया था। रही सही कसर हार्दिक पंड्या और रवींद्र जाडेजा ने पूरी कर दी और दोनों भारत को 1-0 की बढ़त दिला कर ही लौटे।
इंग्लैंड के कप्तान जॉस बटलर द्वारा पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला लेने पर रोहित ने यही कहा था कि वह भी पहले गेंदबाज़ी ही करना चाहते थे लेकिन इंग्लैंड की शुरुआत ऐसी हुई थी कि अब तक फ़ैसला बटलर और उनकी टीम के पक्ष में ही जाते नज़र आ रहा था। पहले पावरप्ले की समाप्ति से पहले ही इंग्लैंड स्कोरबोर्ड पर 70 के स्कोर को पार कर चुका था और इंग्लैंड की सलामी जोड़ी क्रीज़ पर मौजूद थी लेकिन थर्ड सीमारेखा की ओर खेले गए सॉल्ट के शॉट और उनके और बेन डकेट के साथ हुई गफ़लत ने भारत की वापसी का दरवाज़ा खोल दिया।
इसके बाद वनडे डेब्यू कर रहे एक और खिलाड़ी हर्षित राणा ने भारत की वापसी कराते हुए एक ही ओवर में डकेट और हैरी ब्रूक को पवेलियन चलता कर दिया। डकेट राणा का पहला वनडे विकेट साबित हुए और यह विकेट भी पहला वनडे खेल रहे जायसवाल ने ही लंबी दौड़ के बाद लपके गए कैच के कारण पूरा हो पाया। हालांकि T20 सीरीज़ की तरह ही पहले वनडे में भी कप्तान बटलर इंग्लैंड के लिए संकटमोचन बने और जेकब बेथेल के साथ उन्होंने पारी को संभालना शुरू किया। बटलर ने अर्धशतक पूरा ही किया था कि अक्षर ने उन्हें चलता कर भारत को एक अहम ब्रेकथ्रू दिला दिया।
इसके बाद भारतीय गेंदबाज़ इंग्लैंड पर एक बार फिर हावी हो गए और राणा ने पहले लिविंगस्टन, मोहम्मद शमी ने ब्राइडन कार्स को चलता कर दिया। हालांकि बेथेल अभी भी मौजूद थे और अर्धशतक पूरा कर चुके थे लेकिन जाडेजा ने उन्हें पगबाधा कर दिया। रशीद ने कुछ शॉट्स ज़रूर खेले लेकिन अंत में इंग्लैंड पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाया।