डेस्क। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घोषणा की है कि फैंटेसी गेमिंग कंपनी Dream11 अब भारतीय क्रिकेट टीम की टाइटल स्पॉन्सर नहीं रहेगी। बोर्ड ने कहा है कि अब वह नए प्रायोजक की खोज में है, हालांकि एशिया कप 2025 से पहले नया स्पॉन्सर मिलना चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है।
सरकारी नियमों का असर
हाल ही में पारित ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन विधेयक, 2025 के तहत रियल मनी आधारित गेमिंग पर प्रतिबंध लगाया गया है। चूंकि Dream11 का मुख्य कारोबार इसी श्रेणी में आता है, इसलिए BCCI और Dream11 के बीच का प्रायोजन करार अपने आप समाप्त हो गया।
BCCI की प्रतिक्रिया
BCCI सचिव देवाजीत सैकिया ने पीटीआई से कहा कि नए नियमों के तहत अब Dream11 या किसी अन्य रियल मनी गेमिंग कंपनी के साथ प्रायोजन संभव नहीं है। बोर्ड नए विकल्प तलाश रहा है।
Dream11 का करार और राशि
Dream11 ने भारतीय टीम के टाइटल अधिकार 44 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 358 करोड़ रुपये) में खरीदे थे। यह करार 2026 तक चलना था, लेकिन नए नियमों के कारण एक साल पहले ही समाप्त हो गया। कंपनी पर किसी प्रकार का जुर्माना नहीं लगेगा क्योंकि अनुबंध में पहले से सरकारी नियमों के प्रभाव के लिए प्रावधान मौजूद था।
राजस्व पर प्रभाव
BCCI के एक अधिकारी ने कहा कि यह स्थिति Dream11 की गलती नहीं है और सरकारी नियमों का पालन अनिवार्य है। हालांकि, इस बदलाव से कुछ समय के लिए बोर्ड के लाभ पर असर पड़ सकता है और नई योजना बनाना जरूरी होगा।
एशिया कप 2025 से पहले नया स्पॉन्सर चुनना चुनौतीपूर्ण
भारत का पहला मैच एशिया कप 2025 में केवल 15 दिन बाद है। अधिकारी ने बताया कि इतने कम समय में नए स्पॉन्सर का चयन करना चुनौतीपूर्ण होगा। नई प्रक्रिया जारी है और प्रस्ताव आने के बाद उनकी समीक्षा की जाएगी, जिसमें समय लगेगा।


