हैदराबाद में पुलिस की गाइडलाइन पर बवाल, जबरन रंग लगाने और बाइक टोलियों पर रोक

Photo of author

By Ankit Kumar

होली रंगों और उत्साह का त्योहार है, लेकिन इस बार हैदराबाद और साइबराबाद पुलिस द्वारा जारी की गई गाइडलाइन ने त्योहार को लेकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। पुलिस ने दवाबदेही रंग लगाने, पानी फेंकने और बाइकों की टोलियों के साथ घूमने पर रोक लगाया है, जिससे लोगों में असंतोष बढ़ गया है।

क्या है हैदराबाद पुलिस की गाइडलाइन?
हैदराबाद और साइबराबाद पुलिस ने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए होली को लेकर सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं। पुलिस की नई गाइडलाइन के तहत:
किसी भी व्यक्ति को जबरन रंग लगाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
सार्वजनिक स्थानों, सड़कों और वाहनों पर रंग और रंगीन पानी फेंकना प्रतिबंधित रहेगा।
बाइक और अन्य वाहनों की टोलियों में सड़कों पर घूमने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी नियमों के उल्लंघन पर दी गई है।


कब तक लागू रहेगा प्रतिबंध?
हैदराबाद पुलिस का आदेश 13 मार्च शाम 6 बजे से 15 मार्च सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा।
साइबराबाद में यह 14 मार्च सुबह 6 बजे से 15 मार्च सुबह 6 बजे तक प्रभावी रहेगा।
पुलिस प्रशासन का कहना है कि इस फैसले का उद्देश्य किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकना और कानून व्यवस्था को बनाए रखना है।

होली और जुमा एक दिन पड़ने से सतर्क प्रशासन
इस वर्ष होली के दिन ही शुक्रवार (जुमा) भी पड़ रहा है, जिसके कारण कानून व्यवस्था को लेकर प्रशासन पहले से ही सतर्क रहते हुए तैयारियां में जुटा हुआ है। पुलिस का कहना है कि किसी भी तरह के सांप्रदायिक तनाव से बचने और सभी समुदायों की भнавनाओं का सम्मान करने के लिए यह कदम उठाया गया है।

राजनीतिक विवाद: बीजेपी ने कांग्रेस सरकार को घेरा
तत्काल पुलिस के इस आदेश पर ताज्जुब ही न था, राजनीति भी गरमा गयी। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तेलंगाना की कांग्रेस सरकार पर हिंदू विरोधी मानसिकता अपनाने का आरोप लगाया है।

बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “कांग्रेस सरकार का हिंदू विरोधी एजेंडा एक बार फिर सामने आ गया है। ये लोग होली पर प्रतिबंध लगाकर हिंदुओं को सिखा रहे हैं कि त्योहार कैसे मनाना चाहिए।”

Meanwhile, बीजेपी विधायक टी. राजा सिंह ने हैदराबाद के गोशामहल से कहा, “यह ‘कांग्रेस सरकार का तुगलकी फरमान’ है जो होली पर लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता को हनन कर रहा है।”

पुलिस प्रशासन की दलील
प्रशासन ने हाल ही में ऐसा आदेश जारी किया है जो राजधानी में और देश भर में होली के प्रत्ययुषयात्राओं पर पाबंदी लगाते हुए कहा कि अनुशासनहीनता, महिलाओं से छेड़छाड़, शराब पीने के बाद उपद्रव और दुर्घटनाओं जैसी घटनाएं कई बार होली के दौरान होती हैं। इसीलिए प्रशासन ने यह कदम उठाया है।

जनता में भी मिली-जुली प्रतिक्रिया
कुछ लोग पुलिस के इस निर्णय का समर्थन कर रहे हैं, जबकि बहुत से लोग इसे ‘खुशियों पर पहरा’ बताकर विरोध कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर बहस छिड़ी हुई है।

एक स्थानीय नागरिक ने कहा,
“त्योहारों के समय कानून-व्यवस्था बनाए रखना जरूरी है, लेकिन इतनी सख्ती त्योहार की खुशियों को कम कर देती है।”

वहीं, कुछ लोग इसे एक सही कदम मानते हैं। एक अन्य व्यक्ति ने कहै,
“यदि कोई जबरदस्ती रंग भरता है या सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है, तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।”

क्या हो सकता है आगे?
इस विवाद के बाद देखना होगा कि तेलंगाना सरकार और पुलिस अपने आदेश में कोई बदलाव करती है या नहीं। फिलहाल, प्रशासन अपने फैसले पर अडिग है और किसी भी उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की बात कह रहा है।

निष्कर्ष
होली सौहार्द और खुशियों का पर्व है, लेकिन हैदराबाद पुलिस की नयी गाइडलाइन ने इस वर्ष के जश्न पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर प्रशासन इसको सुरक्षा कारणों से सही ठहरा रहा है, तो दूसरी ओर लोग और राजनीतिक दल इसको धार्मिक आज़ादी में दखल मान रहे हैं। अब देखना होगा कि तेलंगाना सरकार इस विवाद को कैसे संभालती है और क्या कोई नया फैसला लिया जाता है?

अधिक जानकारी और ताज़ा ख़बरों के लिए जुड़े रहें hindustanuday.com के साथ।

Leave a Comment