कन्नड़ भाषा को लेकर फिर विवाद, ATM में विकल्प न होने पर छिड़ी बहस

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By Rita Sharma

🕒 Published 3 weeks ago (2:41 PM)

बेंगलुरु – कर्नाटक में कन्नड़ भाषा को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। कन्नड़ संस्कृति और भाषा को लेकर राज्य में संवेदनशीलता का माहौल है, जहां इसे बढ़ावा देने के नाम पर कई बार आम लोगों पर भाषा थोपे जाने के आरोप लगते रहे हैं। इस बार विवाद की वजह बना है बेंगलुरु स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का एक एटीएम, जिसमें कन्नड़ भाषा का विकल्प नहीं होने पर एक स्थानीय नागरिक ने नाराज़गी जताई है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उस शख्स ने अपनी पोस्ट में लिखा कि जब एटीएम स्क्रीन पर ‘अपनी भाषा चुनें’ विकल्प आता है, तो उसमें केवल हिंदी और अंग्रेज़ी ही दिखाई देती है, जबकि कन्नड़ का नाम तक नहीं है। यह एटीएम नेशनल लॉ स्कूल परिसर के पास स्थित है। पोस्ट में शख्स ने इसे “विडंबना” बताते हुए कहा कि एक कन्नड़-बहुल इलाके में स्थानीय भाषा की उपेक्षा न केवल समय की बर्बादी है, बल्कि सांस्कृतिक असंवेदनशीलता भी है।

पोस्ट पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कुछ यूज़र्स ने इस स्थिति को कन्नड़ संस्कृति का अपमान बताया, वहीं कुछ लोगों ने इसे तूल न देने योग्य ‘अनावश्यक मुद्दा’ करार दिया। एक यूज़र ने लिखा, “बैंकों के लिए हमारी भाषा की कोई अहमियत नहीं है, ये देखकर दुख होता है।” जबकि दूसरे ने कहा, “सेवा की सुविधा महत्वपूर्ण है, भाषा नहीं।”

इससे पहले भी राज्य में कन्नड़ भाषा को लेकर विवाद सामने आ चुके हैं। बॉलीवुड गायक सोनू निगम भी कभी ऐसे ही भाषा विवाद का शिकार हो चुके हैं। वहीं, हाल ही में एक बैंक मैनेजर को कन्नड़ भाषा बोलने के लिए बाध्य किया गया और विरोध करने पर उसका तबादला तक कर दिया गया।

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