🕒 Published 18 hours ago (7:19 PM)
Assam Dhubri Beef Controversy : असम के धुबरी जिले में बकरीद के मौके पर हुए सांप्रदायिक तनाव के बीच अब मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने जानबूझकर हनुमान मंदिर में गोमांस फेंककर धार्मिक भावनाएं आहत की हैं। इसे उन्होंने “घृणित और निंदनीय अपराध” करार दिया।
“अवैध गतिविधि दिखे तो पुलिस सीधे गोली चलाए”
सीएम सरमा ने सख्त लहजे में कहा कि, “हमने पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अगर किसी भी अवैध गतिविधि की आशंका हो, तो देखते ही गोली मारने की कार्रवाई की जाए।” उन्होंने दावा किया कि एक विशेष वर्ग मंदिरों को निशाना बनाने के लिए सक्रिय हो चुका है।
इस घटना के विरोध में सोमवार को शहर में भारी प्रदर्शन हुआ था, जिसके चलते प्रशासन को निषेधाज्ञा लागू करनी पड़ी और पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
“जरूरत पड़ी तो मैं खुद करूंगा पहरेदारी”
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि, “इस बार बकरीद पर अगर हालात बिगड़ने की आशंका रही, तो मैं खुद रातभर हनुमान मंदिर में पहरा दूंगा।” उन्होंने बताया कि धुबरी में एक नया ‘गोमांस माफिया’ सक्रिय हुआ है, जिसने ईद से ठीक पहले हजारों पशुओं की खरीद की है। इसकी जांच जारी है और अपराधियों को जल्द ही सलाखों के पीछे डाला जाएगा।
“बांग्लादेश और असम के राजनीतिक बदलाव के बाद बढ़ा सक्रियता का स्तर”
सीएम ने कहा कि हाल ही में असम और पड़ोसी देश बांग्लादेश में कुछ राजनीतिक बदलाव हुए हैं, जिसके बाद एक विशेष वर्ग डिजिटल और ग्राउंड स्तर पर बेहद सक्रिय हो गया है। उन्होंने कहा कि यह वर्ग “एक सुनियोजित तरीके से सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश कर रहा है।”
“सांप्रदायिक ताकतों को बख्शा नहीं जाएगा”
सीएम सरमा ने धुबरी दौरे के बाद अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंदिरों और पवित्र स्थलों की सुरक्षा में कोई कोताही न हो। उन्होंने कहा, “हनुमान मंदिर में गोमांस फेंकना एक अक्षम्य अपराध है। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे कड़ी सजा दी जाएगी।” साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा, “हम राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और सांप्रदायिक ताकतों को पराजित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”