बिहार की राजनीति में हलचल के बीच शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके पटना आवास पर मुलाकात की। यह बैठक ऐसे समय पर हुई जब विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था।
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नीतीश कुमार होंगे NDA के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार
इससे पहले गुरुवार को अमित शाह ने स्पष्ट किया था कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों के बाद मुख्यमंत्री के चयन का फैसला एनडीए विधायक दल की बैठक में लिया जाएगा। साथ ही शाह ने यह भी दोहराया कि बीजेपी ने हमेशा अपने गठबंधन सहयोगियों का सम्मान किया है और इस बार भी यही परंपरा निभाई जाएगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी की पुष्टि
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल ने भी इस बात की पुष्टि की है कि नीतीश कुमार ही एनडीए के मुख्यमंत्री पद के चेहरा होंगे। एक मीडिया कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि एनडीए पूरी मजबूती के साथ एकजुट है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले वर्षों में भी यही नेतृत्व जारी रहेगा।
सीट बंटवारे का फार्मूला तय
एनडीए में सीटों का बंटवारा भी तय हो गया है। भाजपा और जेडीयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। वहीं, जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 6-6 सीटें दी गई हैं। चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें दी गई हैं।
चुनाव कार्यक्रम: दो चरणों में वोटिंग, 14 नवंबर को नतीजे
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में होंगे — पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी।
निष्कर्ष
अमित शाह और नीतीश कुमार की यह मुलाकात एनडीए की एकजुटता का संकेत है। जहां एक ओर सीटों का बंटवारा स्पष्ट हो चुका है, वहीं दूसरी ओर यह भी साफ हो गया है कि मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार ही गठबंधन का चेहरा होंगे।
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