Pahalgam attack : आतंकी हमले के बाद उभरा वैश्विक गुस्सा, अमेरिका की दक्षिण एशिया विशेषज्ञ क्रिस्टीन फेयर ने भारत को दी पाकिस्तान को सबक सिखाने की सलाह

Photo of author

By Rita Sharma

🕒 Published 2 months ago (3:39 PM)

Pahalgam attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई, ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आक्रोश पैदा कर दिया है। इस हमले में मारे गए अधिकांश लोग पर्यटक थे। दक्षिण एशिया मामलों की अमेरिकी विशेषज्ञ और लेखिका क्रिस्टीन फेयर ने इस हमले की निंदा करते हुए भारत को सलाह दी है कि वह अमेरिका के हस्तक्षेप के बिना पाकिस्तान को उचित सबक सिखाए।

क्रिस्टीन फेयर ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान से कश्मीर मुद्दा खुद सुलझाने का आग्रह किया था। ट्रंप ने एयर फोर्स वन में संवाददाताओं से कहा था, “मैं भारत और पाकिस्तान दोनों के बहुत करीब हूं। वे हजार सालों से संघर्ष कर रहे हैं। मुझे यकीन है कि वे इसका हल निकाल लेंगे।”

फेयर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “यह सही संदेश है, भले ही गलती से ही दिया गया हो। अमेरिका को भारत को रोककर पाकिस्तान को बचाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। पाकिस्तान को सबक सिखाना जरूरी है — भारत के माध्यम से।”

फेयर की टिप्पणी पाकिस्तानी पत्रकार मुर्तजा सोलंगी के उस पोस्ट के जवाब में आई, जिसमें सोलंगी ने ट्रंप के बयान को साझा करते हुए कहा था कि अमेरिका ने स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत और पाकिस्तान खुद ही अपने मुद्दे सुलझाएं।

इधर, हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तेजी से बढ़ रहा है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पाकिस्तान पर सख्त हमला करते हुए कहा कि पड़ोसी देश को “घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया जाएगा” ताकि वह भविष्य में इस तरह की घिनौनी हरकत करने की हिम्मत न कर सके। उन्होंने कहा, “इस बार पाकिस्तान ने गलत अनुमान लगाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उसे इस हमले का कड़ा जवाब मिलेगा।”

इस बीच, पूर्व अमेरिकी राजनयिक जालमे खलीलजाद ने भी पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के उस बयान का हवाला दिया, जिसमें आसिफ ने स्वीकार किया था कि पाकिस्तान ने चरमपंथी समूहों को समर्थन देकर गलती की थी। खलीलजाद ने कहा कि पाकिस्तान में आज भी आतंकवादी संगठनों के शिविर सक्रिय हैं, जिनमें इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रांत (ISKP) भी शामिल है।

उन्होंने बताया कि मार्च के मध्य में बलूच राष्ट्रवादी लड़ाकों ने बलूचिस्तान के मस्तुंग जिले में एक ISIS प्रशिक्षण शिविर पर हमला कर लगभग 30 आतंकवादियों को मार गिराया था। खलीलजाद ने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ वास्तव में गंभीर है, तो उसे अपने देश में मौजूद इन शिविरों के बारे में स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए।

खलीलजाद ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद का समर्थन करना एक आत्मघाती नीति है, जो अंततः अपने ही देश के लिए विनाशकारी साबित होती है।


चाहो तो मैं इसका एक छोटा वर्जन भी तैयार कर सकता हूँ। करूँ?

Leave a Comment