वॉशिंगटन। अमेरिका और चीन के बीच हाल के वर्षों में चले आ रहे तनाव में अब नरमी देखने को मिल रही है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में यह संकेत दिया है कि वह जल्द ही चीन की यात्रा पर जा सकते हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच व्यापार और कूटनीतिक संबंधों को फिर से सामान्य करने की कोशिशें तेज हो रही हैं।
व्हाइट हाउस में ट्रंप का बयान
डोनाल्ड ट्रंप ने फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर के साथ बैठक के दौरान कहा कि “चीन की यात्रा अब दूर नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि चीन के साथ अमेरिका के संबंध पहले से बेहतर हो रहे हैं। ट्रंप ने फिलीपींस के साथ मजबूत सैन्य सहयोग की भी तारीफ की, जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव के मद्देनज़र काफी अहम माना जा रहा है।
ट्रेड वॉर में राहत के संकेत
कुछ वर्षों से अमेरिका और चीन के बीच व्यापार को लेकर काफी तनाव था। दोनों देशों ने एक-दूसरे के सामानों पर भारी टैरिफ लगाए थे। लेकिन हाल ही में जिनेवा और लंदन में हुई उच्च स्तरीय बैठकों के बाद अब दोनों देशों के बीच टैरिफ कम करने और व्यापार प्रतिबंधों को हटाने की दिशा में समझौते हो रहे हैं। ट्रंप ने बताया कि चीन ने अब फिर से अमेरिका को दुर्लभ धातुओं की आपूर्ति शुरू कर दी है, जिनका उपयोग स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक कार और सैन्य उपकरणों में होता है।
शी जिनपिंग से मुलाकात की अटकलें
ट्रंप के बयानों के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वह शी जिनपिंग से जल्द मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी कोई तारीख घोषित नहीं हुई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुलाकात नवंबर 2025 में संभव है, यदि चीन व्यापार और सुरक्षा मुद्दों पर अमेरिका से सहयोग के लिए तैयार रहता है।
कूटनीति में नया मोड़?
विश्लेषकों का मानना है कि अगर यह मुलाकात होती है तो यह दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने की दिशा में एक अहम कदम हो सकता है। अमेरिका इस समय हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभाव को संतुलित करने के लिए कई देशों के साथ सहयोग बढ़ा रहा है, जिनमें फिलीपींस प्रमुख है।


