🕒 Published 1 month ago (11:06 AM)
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में बहुप्रतीक्षित अमरनाथ यात्रा इस वर्ष 3 जुलाई 2025 से शुरू होने जा रही है। हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए इस पवित्र यात्रा में शामिल होते हैं, और इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने इस बार सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व स्तर पर पहुंचा दिया है।
चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात
पूरी यात्रा के दौरान पुलिस, CRPF, BSF और सेना के जवानों को चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर पवित्र गुफा तक हर जगह सीसीटीवी, ड्रोन और आधुनिक तकनीक की मदद से निगरानी की जा रही है।
मॉक ड्रिल के जरिए सुरक्षा का परीक्षण
यात्रा से पहले सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती का आंकलन करने के लिए मॉक ड्रिल की गई, जिसमें आतंकी हमले या आपदा जैसी संभावित स्थितियों से निपटने की रणनीतियों का अभ्यास किया गया। इसके तहत सुरक्षा बलों ने रेस्क्यू ऑपरेशन और भीड़ नियंत्रण जैसे कदमों का परीक्षण किया।
यात्रियों के लिए सुविधा और सतर्कता दोनों
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए फ्री मेडिकल चेकअप, मोबाइल हेल्थ क्लीनिक, कंट्रोल रूम और हेली सेवा जैसी व्यवस्थाएं की गई हैं। लेकिन सुरक्षा को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जाएगी—हर यात्री की ID चेकिंग, बैग स्कैनिंग और मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट अनिवार्य किया गया है।
प्रशासन की अपील
जम्मू-कश्मीर प्रशासन और अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, भीड़ से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल सुरक्षाबलों को दें।