🕒 Published 1 month ago (10:30 AM)
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों के 9 ठिकानों को तबाह कर दिया गया। इसके बाद केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने भाग लिया और सरकार व सेना को पूर्ण समर्थन देने की बात कही।
विपक्ष ने दिखाई एकजुटता, लेकिन उठाया प्रधानमंत्री की गैरहाज़िरी का मुद्दा
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गैरमौजूदगी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “जो काम कर रहे हैं, करते रहिए… हम आपके साथ हैं। लेकिन प्रधानमंत्री को इस बैठक में रहना चाहिए था।”
खड़गे ने पाकिस्तान द्वारा राफेल विमान मार गिराने के दावे का भी ज़िक्र किया, हालांकि इस पर बैठक में किसी नेता ने सरकार से सीधे जवाब नहीं मांगा। बाहर आकर उन्होंने कहा कि, “हमें जो बताया गया, हमने सुन लिया… इस समय आलोचना का नहीं, सरकार के साथ खड़े होने का वक्त है।”
“यह समय एकजुटता का है” – राहुल गांधी
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी बैठक के बाद मीडिया से कहा, “हम शुरुआत से ही सरकार के साथ हैं। कुछ चिंताएं ज़रूर हैं, लेकिन अभी यह समय एकजुटता का है।”
उन्होंने यह भी बताया कि सभी दलों के नेताओं को 4 से 5 मिनट बोलने का समय दिया गया और सभी ने राष्ट्रहित में एक स्वर में समर्थन जताया।
अन्य दलों ने भी जताई एकता, फेक न्यूज पर चिंता
सपा और AIMIM सहित अन्य दलों ने भी प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए।
NCP सांसद सुप्रिया सुले और ओवैसी ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फाइटर जेट गिराए जाने संबंधी दावों का मुद्दा उठाया।
बैठक की शुरुआत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर संक्षिप्त जानकारी दी लेकिन कोई ऑपरेशनल डिटेल साझा नहीं की गई।
रिजिजू बोले – ऑपरेशन जारी है, एकता जरूरी
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, “ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है, इसलिए विस्तृत जानकारी नहीं दी गई। यह बहुत संवेदनशील विषय है और सभी दलों ने गंभीरता से बात रखी है।”
उन्होंने यह भी कहा कि सभी दलों का एकजुट बयान देश की परिपक्व लोकतांत्रिक सोच को दर्शाता है। “जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा की हो, तब राजनीति पीछे हो जाती है। फेक न्यूज से देश की एकता को नुकसान होता है, हमें इससे सावधान रहना होगा।”