🕒 Published 3 weeks ago (4:33 PM)
नई दिल्ली। एयर इंडिया की उड़ान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना को एक महीना बीत चुका है, लेकिन हादसे में चमत्कारिक रूप से बचे इकलौते यात्री विश्वास कुमार रमेश अब भी उस भयावह रात के सदमे से उबर नहीं पाए हैं। रमेश इस समय दीव में रह रहे हैं और एक मनोचिकित्सक की देखरेख में मानसिक इलाज ले रहे हैं।
ईंधन की कटऑफ से हुआ हादसा – शुरुआती जांच रिपोर्ट में खुलासा
हादसे की प्राथमिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, विमान के टेकऑफ के तुरंत बाद ईंधन आपूर्ति में बाधा आई। फ्यूल कटऑफ हो जाने के कारण इंजन तक ईंधन नहीं पहुंच सका और विमान क्रैश हो गया। यह हादसा अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद हुआ था।
भाई को खोने का गहरा आघात
हादसे में रमेश के भाई अजय की भी मृत्यु हो गई थी। सिविल अस्पताल से छुट्टी मिलने के ठीक उसी दिन डीएनए मिलान के बाद अजय का पार्थिव शरीर परिवार को सौंपा गया। 18 जून को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें विश्वास अपने भाई के शव को कंधे पर उठाकर दीव के श्मशान घाट तक ले जाते नजर आए।
रातों में डर से उठ जाते हैं विश्वास
रमेश के रिश्तेदार सनी के अनुसार, वे अब भी आधी रात को नींद में घबरा कर उठ जाते हैं। उन्होंने बताया, “हम उन्हें दो दिन पहले एक मनोचिकित्सक के पास लेकर गए थे। उन्हें अभी लंदन लौटने की कोई योजना नहीं है, क्योंकि मानसिक इलाज शुरू हुआ है और उनका मन वहां जाने के लिए तैयार नहीं।”
किसी से नहीं करते बातचीत
परिवार ने बताया कि हादसे के बाद से विश्वास ने खुद को सबसे अलग कर लिया है। विदेश में रहने वाले रिश्तेदार अक्सर उनके हालचाल पूछते हैं, लेकिन वह किसी से बात नहीं करते। सनी के अनुसार, “वह अब भी अपने भाई की मौत, विमान के दृश्य और खुद के चमत्कारिक रूप से बचने की मानसिक तस्वीरों से जूझ रहे हैं।”
पीएम मोदी ने की थी मुलाकात
दुर्घटना के अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल पहुंचकर विश्वास कुमार रमेश से मुलाकात की थी और उनका हालचाल लिया था।